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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूजा के साथ ही खुले केदार धाम के कपाट

श्री मोदी देश के ऐेसे तीसरे प्रधानमंत्री जिन्होंने किये बाबा केदार के दर्शन 

पीएम मोदी ने किया रुद्राभिषेक

केदारनाथ । देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम के कपाट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सबसे पहले दर्शनों के बाद बुधवार को आम श्रद्धालुओं के लिए खुल गए। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले धाम में पूजा-अर्चना की। प्रधानमंत्री सुबह 8:50 बजे हेलीकॉप्टर के जरिए केदारनाथ धाम पहुंचे। देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम के कपाट बुधवार को शीतकाल के छह महीने बाद खुले हैं। यह भी विशेष संयोग रहा कि पिछले 27 सालों में पहली बार कोई प्रधानमंत्री केदारनाथ धाम दर्शनों के लिए पहुंचे हैं।

बुधवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह देहरादून के जौलीग्रांड एयरपोर्ट पहुंचे और वहां से बाबा केदारनाथ धाम के लिए रवाना हुए। एक दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड आए पीएम मोदी केदारनाथ धाम में पूजा करने के बाद पतंजलि योग पीठ जायेंगे । 

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, इस समय केदारनाथ में मौसम साफ है। हालांकि सुबह 11 बजे के बाद बारिश और बर्फबारी के आसान हैं। पीएम मोदी ने हरिद्वार पहुंचकर  पतंजलि रिसर्च सेंटर का उद्घाटन किया ।

कपाटोद्घाटन की बेला पर बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने खास तैयारियां की। केदारनाथ मंदिर को बारह कुंतल गेंदे के फूल और बेल पत्री की मालाओं से सजाया है। मंदिर मार्ग और परिसर में भी खास साज-सज्जा की है।

परपंरा के अनुसार रिंगाल की टोकरी में केदार कलेऊ के रूप में रोट व अरसे उन्हें भेंट किया गया। बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने बताया कि कपाट खुलने की परंपरा को धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से यादगार बनाया गया है। 

गौरतलब हो कि श्री मोदी देश के ऐेसे तीसरे प्रधानमंत्री हैं जो इस पद पर रहते हुए केदारनाथ पंहुचे हैं। उनसे पहले स्व. इन्दिरा गांधी एवं श्री वी.पी. सिंह प्रधानमंत्री के तौर पर केदारनाथ दर्शन के लिए आ चुके हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री के तौर पर वीपी सिंह और इंदिरा गांधी केदारनाथ धाम गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का भी केदारनाथ धाम पहुँचने का कार्यक्रम है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी बद्रीनाथ धाम भी जाएंगे।

वहीँ हरिद्वार स्थित पतंजलि  रिसर्च सेंटर का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सम्बोधन में कहा कि उन्हें बाबा केदार के दर्शन करने का आज सौभाग्य मिला और वहां से आप सब के बीच आने का सौभाग्य मिला। उन्होंने कहा मुझे पता नहीं था और बाबा रामदेव ने सप्राइज दे दिया। उन्होंने बड़ी भावुकता के साथ विशेष सम्मान से अलंकृत कियागया । उन्होंने कहा स्वामी जी, पतंजलि परिवार का वे आभार व्यक्त करते हैं।

उन्होंने साथ ही यह भी कहा जब आपको सम्मान मिलता है तो उसका मतलब ये होता है कि आपसे कई अपेक्षाएं भी  हैं।  उन्होंने कहा स्वामी रामदेव को बहुत निकट से देखने का सौभाग्य मिला है।  उन्होंने कहा उनका संकल्प, इच्छाशक्ति उनकी असली जड़ी-बूटी है। मुझे रिसर्च सेंटर के उद्घाटन का सौभाग्य मिला, आज जो रिसर्च देखा वो किसी भी आधुनिक सेंटर की बराबरी करता है।

प्रधानमंन्त्री ने कहा बाबा रामदेव ने योग को आंदोलन बना दिया। यानि लोगों को गुफा में जाने की ज़रूरत नहीं, घर पर भी योग कर सकते हैं और फुटपाथ पर भी। मैं जहां भी जाता हूं लोग तरह-तरह की बातें करते हैं लेकिन योग की बात करना मुझसे कोई नहीं भूलता। योग को लेकर आज विश्व में जिज्ञासा पैदा हुई है। सभी संकल्प लें- मैं गंदगी नहीं करुंगा। गंदगी न करने का दान दें। देश की आनेवाली पीढ़ी, छोटे-छोटे बच्चे मेरे सफाई अभियान का हिस्सा बन गए। हमारी उदासीनता हमें गिरा रही है।

अपने सम्बोधन में बाबा रामदेव  ने कहा राष्ट्र के गौरव, भारत को ऋषि के रूप में भगवान का वरदान मिले, राष्ट्र ऋषि पीएम मोदीजी के पतंजलि आगमन से आयुर्वेद को गौरव मिलेगा। पीएम मोदी राष्ट्र गौरव, विश्व नायक हैं जिन्होंने देश को विश्वस्तर पर सम्मान दिलाया है।

जबतक मोदीजी देश के प्रधानमंत्री हैं, देश कभी फेल नहीं हो सकता। प्रधानमंत्री मोदी देश को आगे बढ़ाने के लिए ‘कर्मयोगी’ की तरह काम कर रहे हैं।  21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर 5 लाख लोगों का शिविर अहमदाबाद में होगा।

मोदी जो भी करेंगे उसमें पतंजलि भी आपके साथ। चाहे वो मेक इन इंडिया हो, स्वच्छ भारत हो या कोई भी कार्य, पतंजलि देगा अपना हिस्सा। मैं भारत का बेटा हूं, ऐसा कोई काम नहीं करुंगा जिससे भारत का नाम कलंकित हो। बहुत लोग सोचते हैं रामदेव कब मरेंगे लेकिन भगवान और मोदी जैसे व्यक्तियों का साथ है तबतक मैं नहीं मरुंगा।

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