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देश की 17 भाषाओं में केदार गाथा मोबाइल एप लांच 

  • -एप के जरिये गढ़वाली, कुमाऊंनी सहित 17 भाषाओं में मिलेगी जानकारी
  • -जिला प्रशासन और जी मैक्स कम्पनी ने किया मोबाइल एप तैयार 
  • -तीर्थयात्रियों को फोन पर डालनलोड के बाद मिलेंगी जानकारी

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

रुद्रप्रयाग । केदारनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी है। उन्हें अब यात्रा मार्ग से जुड़ी हुई जानकारियां मोबाइल से प्राप्त हो सकेंगी। इसके लिए जिला प्रशासन ने केदारगाथा मोबाइल ऐप के साथ शिप बेस्ड एनाउंसमेंट सिस्टम लांच किया है, जिसके जरिए कई सुविधाएं श्रद्धालुओं को मिल पायेंगी। देश-विदेश के श्रद्धालुओं को अब गढ़वाली, कुमाऊंनी, नेपाली सहित 17 भाषाओं में केदार यात्रा की जानकारी मिल पायेगी। तीर्थयात्री अपने मोबाइल पर केदार गाथा एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। डाउनलोड होने के बाद यह सूचना बिना इंटरनेट कनेक्टिविटी के ऑडियो व वीडियो से मोबाइल पर मिलती रहेगी।

जिला कार्यालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम में केदारगाथा मोबाइल ऐप और शिप बेस्ड एनाउसमेंट सिस्टम का शुभारंभ जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने किया। आपदा के बाद केदारनाथ यात्रा में संचार तकनीक में सहयोग कर रही जी-मैक्स कंपनी ने इस एप को तैयार किया है। जो मैनुअल और ऑटोमैटिक, दोनों तरह से कार्य करेगा। यानी, रुद्रप्रयाग के अलावा इस एप को देश के किसी भी क्षेत्र में अगर कोई अपने मोबाइल पर डाउनलोड करता है, तो उसे भी केदार यात्रा की पूरी जानकारी मिलेगी। इस एप से केदारनाथ आने वाले श्रद्धालुओं को रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे से जुड़े स्थलों, बाजारों, प्राचीन मठ-मंदिरों के साथ गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग के पड़ावों की जानकारी मिलेगी। रुद्रप्रयाग से केदारनाथ के बीच के स्थानों का धार्मिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व भौगोलिक महत्व भी ऑडियो व वीडियो के माध्यम से मिलता रहेगा। 

बाबा केदार की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु एवं यात्री जैसे ही रुद्रप्रयाग में प्रवेश करेंगे, यह एप जीपीएस के जरिए स्वयं सक्रिय हो जाएगा और यात्री के मोबाइल पर केदार यात्रा के बाजार व पड़ावों की दूरी मिलने लगेगी। साथ ही पैदल मार्ग के स्थानों चीरबासा, जंगलचट्टी, भीमबली, लिनचोली, छॉनी कैंप, रुद्रा प्वाइंट की भौगोलिक जानकारी भी उपलब्ध होगी। इस एप में हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, गढ़वाली, कुमाऊंनी, नेपाली, कोंकणी, मैथिली, बांग्ला, उडिया, सिंधी, गुजराती सहित देश की 17 भाषाओं को शामिल किया गया है। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि इस एप का मुख्य उद्देश्य श्रद्धालुओं को उनकी भाषा-बोली में केदारनाथ यात्रा की जानकारी मुहैया कराना है। ऐसे में यात्री को कोई परेशानी नहीं होगी और वह अपने हिसाब से अपने मोबाइल से जानकारी जुटा सकेगा। उन्होंने बताया कि इसमें हर प्रकार की जानकारी समावेशित की है।

गूगल स्टोर से मोबाइल ऐप डाउनलोड कर कोई भी श्रद्वालु केदारनाथ धाम के साथ ही हर प्रमुख पडावों की जानकारी अपनी भाषा में हासिल कर सकता है। ऐप में सत्रह भाषाएं स्टोर की गई है। वहीं एनाउसमेंट सिस्टम के जरिए जिला कार्यालय स्थित कंट्रोल रूम से हर पडावों पर लाइव नजर रखने के साथ ही दिशा-निर्देश भी दिए जा सकते है। इस सिस्टम से पडावों पर होने वाली हर गतिविधि पर नजर रखी जा सकती है। जिलाधिकारी ने बताया कि ऐप कई मायने में बेहद महत्वपूर्ण है। इससे जहां श्रद्धालुओं को अपनी-अपनी भाषाओं में हर धार्मिक स्थलों की जानकारी मिलेगी, वहीं वह धार्मिक स्थलों के महत्व और उनके पौराणिक इतिहास को आसानी से समझ सकेंगे। जिलाधिकारी ने बताया कि शिप बेस्ड एनाउसमेंट सिस्टम के जरिए जिला कार्यालय स्थित कंट्रोल रोम से केदारनाथ धाम सहित विभिन्न पडावों भी लाइव नजर रखी जा सकती है, इसके लिए प्रत्येक जगहों पर सीसीटीवी कैमरे और लाउड स्पीकर लगाएगे गए है, ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जाय और दिशा निर्देश भी दिए जा सके। कहा कि यह सिस्टम श्रद्वालुओं किसी भी प्रकार की सहायता करने में अत्यधिक मददगार साबित होगा। साथ ही हर प्रकार की व्यवस्थाएं भी चाक-चैबंद बनी रहेंगीे। जी-मैक्स आईटी कंपनी के निदेशक रोहित साम्बियाल ने बताया कि केदारनाथ की महिमा और यात्रा की भौगोलिक स्थितियों को देश के कोने-कोने तक पहुंचाने के उद्देश्य से केदार गाथा एप तैयार किया गया है। यह मैनुअल व ऑटोमैटिक दोनों तरह से कार्य करेगा। 

ऐसे करेगा एप काम श्रद्धालु अपने मोबाइल पर प्ले स्टोर में केदार गाथा एप को डाउनलोड करे। इस पर भाषा का विकल्प है, जिसे क्लिक करने पर 17 भाषाओं की सूची मिल रही है। अपनी भाषा पर क्लिक करें। करीब दो मिनट में डाउनलोड के बाद केदारनाथ यात्रा के बारे में ऑडियो व फोटोध्वीडियो के जरिए पूरी जानकारी मिलनी शुरू हो रही है।

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