सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कल्याण सिंह का अलीगढ़ से लगभग नौ दशक का संबंध रहा है, सार्वजनिक जीवन में उन्होंने लगभग सात दशक व्यतीत किए। उत्तर प्रदेश की राजनीति, जो कभी जाति के नाम पर, क्षेत्र, मत और मजहब के नाम पर माफिया और अपराधियों द्वारा जकड़ ली गई थी। यूपी की राजनीति आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई थी। कभी सेकुलरिज्म के नाम पर, कभी किसी और मुद्दे पर। उसको कल्याण सिंह ने ही उबारा था।
सीएम ने कहा कि भारत की सनातन आस्था के नाम पर, सत्ताधारी दलों ने अपना एकमात्र एजेंडा बना लिया था। कल्याण सिंह को जब अवसर मिला तो उन्होंने शासन की धमक और इकबाल का परिचय देते हुए सनातन आस्था को मजबूती के साथ प्रस्तुत किया। उनको यह कहने में जरा भी हिचक नहीं हुई कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम के लिए वह सत्ता को एक बार नहीं बार बार ठोकर मार सकते हैं।
छह दिसंबर को विवादित ढांचा गिरने के बाद उन्होंने समाज के एक तबके के लिए जो योजना लागू की उन्हें आज भी याद किया जाता है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय से प्रेरणा प्राप्त कर उन्होंने कार्यक्रम बनाए, योजनाएं बनाईं और भयमुक्त, दंगा मुक्त परिकल्पना को साकार किया। उनके कार्य शासन प्रशासन के लिए सदैव अविस्मरणीय रहेंगे। वर्तमान समय में भी उनके द्वारा किए गए कार्यों और प्रयासों से सभी को सीख प्राप्त हो रही है।
सीएम ने कहा कि अलीगढ़ का सौभाग्य है, आज अलीगढ़ की जनता अपने को गौरवान्वित महसूस कर रही है कि उनके बीच में भारत माता का सपूत रहा। जिसने पूरी पारदर्शिता, शुचिता एवं पवित्रता के साथ प्रदेश को आगे बढ़ाया। आज स्टेडियम में उपस्थित सैकड़ों हजारों लोगों को उनके साथ रहने, बातचीत करने का अवसर प्राप्त हुआ है।
पूर्व सीएम कल्याण सिंह प्रखर राष्ट्र भक्त, आस्थावान राम भक्त के रूप में जाने जाते थे। कल्याण सिंह को विकास पुरुष के रूप में, शासकीय दृढ़ता के रूप में सदैव ही याद किया जाएगा। आज जनपद का हर छोटी बड़ी उम्र का व्यक्ति अपने लोकप्रिय, जनप्रिय दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि दे रहा है। यह कल्याण सिंह के प्रति उत्तर प्रदेश वासियों एवं यहां के नागरिकों का सम्मान, स्नेह और प्यार ही है। शासन की दृढ़ता और मजबूती व कल्याण से जोड़ने की बातों पर कल्याण सिंह सदैव याद आएंगे।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कल्याण सिंह के साथ भारतीय राजनीति के युग का भौतिक रूप से अवसान हुआ है। ईश्वर उनके उन सपनों को पूरा करने की ताकत सभी प्रदेश वासियों को दे। उन्होंने कल्याण सिंह के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि आज उनके समर्थकों शुभचिंतकों की भीड़ उमड़ी हुई है।
पूरी विनम्रता के साथ उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है। यह लोगों की उनके प्रति आस्था को ही प्रदर्शित करता है। सीएम ने बताया कि सोमवार को कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर उनकी जन्मभूमि मढ़ौली जाएगा। दोपहर में उनका अंतिम संस्कार नरौरा घाट पर किया जाएगा।