- कांग्रेस सरकार में थी वाई सुरक्षा अब मिली जेड !
- पूर्व मुख्यमंत्री से लेकर एक पूर्व मुख्यसचिव तक से करीबी रिश्ते !
देहरादून : आजकल जोहानिसबर्ग से लेकर देहरादून तक जिन गुप्ता बंधुओं की तलाश में दक्षिण अफ्रीका सहित इंटरपोल लगी हुई है उनको उत्तराखंड सरकार में किसके इशारे पर जेड सुरक्षा दी गयी है। नेता अथवा अधिकारी को अब सूबे की सरकार से लेकर इंटेलिजेंस खंगालने पर जुट गया है, इतना ही नहीं सरकार अब गुप्ता बंधुओं को दी गयी सुरक्षा भी वापस लेने की कवायद शुरू करने जा रही है। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने कहा कि गुप्ता बंधुओं की सुरक्षा हटाने पर शासन स्तर पर विचार किया जा रहा है। लेकिन इससे सरकार पहले वह यह पता लगाने की कोशिश में है कि आखिर उत्तराखंड में कांग्रेस सरकार से लेकर भाजपा सरकार तक कौन अधिकारी और नेता उनका इतना करीबी रहा है जिसकी सिफारिश पर चर्चित गुप्ता बंधुओं को सुरक्षा मुहैया करवाई गयी। चर्चा तो यहाँ तक है कि चर्चित गुप्ता बंधुओं के एक पूर्व मुख्यमंत्री से लेकर एक चर्चित पूर्व मुख्यसचिव तक से करीबी रिश्ते रहे हैं और इन्होने उत्तराखंड में अर्जित काली कमाई को गुप्ता बंधुओं के साथ मिलकर दक्षिण अफ्रीका में इन्वेस्ट की है।
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुम्मा की कुर्सी जाने के बाद चर्चाओं में आए भारतीय मूल के सहारनपुर निवासी गुप्ता बंधुओं ने अब उत्तराखंड की सियासत में भी हलचल मचा दी है। प्रदेश सरकार की ओर से देहरादून में गुप्ता बंधुओं को जेड सुरक्षा देने का मामला सामने आया है। देहरादून में गुप्ता बंधुओं के कई ठिकाने हैं, जहां जेड सुरक्षा के तहत उत्तराखंड पुलिस के अफसर और जवान पहरा दे रहे हैं।
शुक्रवार को गुप्ता बंधुओं को जेड सुरक्षा उपलब्ध होने की मीडिया में सुर्खियां बनी तो आनन-फानन में अफसर संबंधित फाइल खंगालने लगे। सूत्रों ने बताया कि अब उनकी सुरक्षा वापस लेने पर उच्चस्तर पर विचार किया जा रहा है। उधर, आयकर विभाग के एक अफसर का कहना है कि गुरुवार को विभाग की किसी भी टीम ने गुप्ता बंधुओं के कर्जन रोड स्थित आवास पर छापेमारी नहीं की। किसी अन्य टीम ने की हो तो उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। बताया जा रहा है कि गुप्ता भाइयों से प्रदेश सरकार के एक चर्चित कैबिनेट मंत्री के करीबी भी हैं।
चर्चा है कि अक्सर जब ये कैबिनेट मंत्री दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाते हैं तो उनकी गुप्ता बंधुओं से मुलाकात होती है। सूत्रों ने बताया कि कैबिनेट मंत्री ने गुप्ता बंधुओं को जेड सुरक्षा देने के लिए पैरवी की थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जोहानिसबर्ग में दक्षिण अफ्रीकी पुलिस ने बीते बुधवार को राष्ट्रपति जैकब ज़ुमा के करीबी भारतीय मूल के कारोबारी गुप्ता बंधुओं के घर पर छापेमारी की थी। चर्चा है कि जैकब जुम्मा के एक बेटे डुडु जानी जैकब गुप्ता भाइयों का व्यवसायिक पार्टनर रहा है। वहीँ दक्षिण अफ्रीका पुलिस के मुताबिक, इस माले में अब तक तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जिसमें गुप्ता परिवार का एक सदस्य भी शामिल है। हालांकि, गुप्ता परिवार ने मीडिया के हवाले से इन तमाम आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
गुप्ता बंधुओं की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में वाई श्रेणी की सुविधा उपलब्ध थी, लेकिन भाजपा सरकार ने सुरक्षा हटाने के कुछ माह बाद उन्हें जेड सुरक्षा से नवाज दिया। सूत्रों के अनुसार गुप्ता बंधुओं के बहनोई अनिल गुप्ता की कांग्रेस सरकार में अच्छी पकड़ थी। तब उन्हें राज्य योजना आयोग में बतौर सदस्य भी बनाया गया था।
वहीं जानकारी मिली है कि साउथ अफ्रीका में भ्रष्टाचार को लेकर जब राष्ट्रपति जैकब की कुर्सी खतरे में थी, उस दौरान इसी साल जनवरी माह में गुप्ता बंधु देहरादून आए थे। जानकारी मिली है कि गुप्ता बंधु सपरिवार आए थे और हरिद्वार में गंगा दर्शन भी किया था ।