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केदारनाथ यात्रा को लेकर यात्रियों में जोश तो जिला प्रशासन मुस्तैद

-चारधाम यात्रा को लेकर होटल-लाॅज में आने लगी एडवांस बुकिंग 
-इस बार पांच से छह लाख यात्रियों के पहुंचने की उम्मीद 
-पिछले वर्ष सवा चार लाख यात्री पहुंचे थे केदारनाथ 
रुद्रप्रयाग । मौसम ने साथ दिया तो इस बार की केदारनाथ यात्रा बेहतर चलेगी। यात्रा शुरू होने में अभी एक माह का शेष है, लेकिन होटल, लाॅजों में अभी से बुकिंग आने लगी हैं और कुछ होटल ऐसे हैं जिनकी बुकिंग फुल हो चुकी है। एडवासं बुकिंग आने से होटल संचालकों ने अपने प्रतिष्ठानों को रंग-रौबन से सजाना शुरू कर दिया है। 
भगवान केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ के लिए 29 अप्रैल को खोले जायेंगे। इससे पहले डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से प्रस्थान करते हुए विभिन्न पड़ावों से होकर प्रथम रात्रि प्रवास फाटा में करेगी। जिसके बाद बाद डोली दूसरे रात्रि प्रवास के लिए गौरीकुंड पहुंचेगी, जहां से डोली केदारनाथ पहुंचेगी और 29 अप्रैल की सुबह बाबा के कपाट खोल दिये जायेंगे। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार केदारनाथ यात्रा पर आने वालों की संख्या का आंकड़ा पांच से छह लाख के पार पहुंच सकता है। पिछले वर्ष सवा चार लाख के करीब तीर्थ यात्री बाबा के दर पर मत्था टेकने के लिए पहुंचे थे और इससे व्यापारियों को व्यवसाय भी पटरी पर लौट आया था। इस बार तो होटल एवं लाॅज संचालकों को पहले से ही एडवांस बुकिंग मिल रही हैं, जिससे उनमें खुशी नजर आ रही है। 
केदारनाथ की यात्रा छः माह तक चलती है और यात्रा से होटल, ढाबा, घोड़े-खाच्चर, डंडी-कंडी मजदूरों के साथ ही टूर एण्ड ट्रेवल्स संचालकों का भी रोजगार चलता है। वर्ष 2013 की आपदा के बाद केदारनाथ कपाट खुलने के मौके पर वीवीआईपी लोगों ने दस्तक दी है, जिससे यात्रा अपने चरम पर आ गई है। पिछले वर्ष देश के प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी केदारनाथ कपाट खुलने के मौके पर पहुंचे थे। इस बार भी बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री अपने ड्रीम प्रोजेक्ट के कार्य को देखने के लिए केदारनाथ पहुंचेंगे। ऐसे में प्रशासन और शासन स्तर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल ने बताया कि अधिकांश होटल-संचालकों के पास एडवांस बुकिंग आ चुकी है। कई होटल तो शुरूआत के लिये फुल हो चुके हैं। उन्होंने कहा पिछले यात्रा सीजन की तुलना में इस बार अधिक यात्रियों के पहुंचने की उम्मीद हैं। जिसको देखते हुये विभाग ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। 
  • कपाट खुलने से पहले पूरे होंगे  केदारनाथ में चल रहे निर्माण कार्यः डीएम
  • -डीएम ने लिया केदारनाथ यात्रा व्यवस्थाओं और पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा
रुद्रप्रयाग । मुख्य सचिव उत्पल कुमार के केदारनाथ दौरे के बाद जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने केदारनाथ धाम में डेरा जमा दिया है। जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्य सचिव के निर्देशानुसार पुनर्निर्माण कार्य के सम्पादन के साथ ही यात्रा की तैयारियों को समय रहते चाक-चैबंद करने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। केदारनाथ में मलबा हटाने और पूरी केदारपुरी को आकर्षित बनाने का कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है। 
बुधवार को जिलाधिकारी ने केदारनाथ मंदिर के पीछे पत्थर कटाने के लिए लगाई गई मशीनों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि पत्थरों को काटने का कार्य तेजी से किया जाय ताकि कपाट खुलने से पहले अधिकांश कार्य पूर हो सके। एएसआई को निर्देशित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि राजस्थान से और अधिक मजदूर मंगायें जांए। उन्होंने लोनिवि को निर्देशित किया कि मलबा हटाने का कार्य तेजी से किया जाय, ताकि यात्रा शुरू होने से पहले केदारपुरी को अधिक से अधिक आकर्षित और सुंदर बनाया जा सके।
इसके साथ ही उन्होंने पुरात्व विभाग के प्रभारी चन्द्रमोहन नौटियाल को निर्देशित किया कि 28 अप्रैल तक अपना कार्य पूर्ण कर लें। लोनिवि की 43 लेबर पत्थर बनाने का काम कर रही है, जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि लेबर एक दिन में एक की जगह तीन पत्थर बनाएं तो उससे कार्य में तेजी आएगी और उनका मेहनताना भी बढेगा। इसके साथ ही उन्होंने लोनिवि और विद्युत विभाग को निर्देशित किया कि मंदिर परिसर में टैण्ट और विद्युत व्यवस्था दुरूस्त की जाय। केदारनाथ धाम के साथ ही जिलाधिकारी ने गरूड चट्टी से गौरीकुण्ड तक मार्ग पर चल रहे निर्माण कार्यों का भी पैदल चलकर जायजा लिया।

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