Uttarakhand

इंडियनऑयल ने स्वच्छ गंगा कोष में 34 करोड़ रुपये का दिया योगदान

  • हरिद्वार हर की पौड़ी घाट के पुन: विकास के लिए दिया धन

देवभूमि मीडिया ब्यूरो

नई दिल्ली : इंडियन ऑयल ने अपने कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी कमिटमेंट के हिस्से के रूप में  स्वच्छ गंगा फंड में 34 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। नई दिल्ली में इन्दिअल आयल के कार्यकारी निदेशक, UPSO-II श्री विनय मिश्रा ने केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा कायाकल्प, सड़क परिवहन राजमार्ग और शिपिंग श्री नितिन गडकरी को 34 करोड़ रुपये का चेक सौंपा। 

इस अवसर पर श्री अरुण जेटली, माननीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री, श्री धर्मेंद्र प्रधान, माननीय मंत्री, पीएंडएनजी & एसडी एंड ई, डॉ सत्यपाल सिंह, राज्य मंत्री, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा कायाकल्प, सड़क परिवहन राजमार्ग और शिपिंग, श्री अर्जुन राम मेघवाल, राज्य मंत्री, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा कायाकल्प और संसदीय कार्य,  श्रीमती सी. मैरी कॉम, माननीय सांसद, श्रीमती हेमा मालिनी, माननीय सांसद मथुरा, श्री प्रसून जोशी, अध्यक्ष, सीबीएफ़सी भी उपस्थित थे

इंडियन ऑयल द्वारा योगदान किए गए धन का उपयोग उत्तराखंड में हर की पौड़ी के पुन: विकास के लिए किया जाएगा। हरिद्वार में गंगा के तट पर यह प्रसिद्ध घाट एक प्रमुख पर्यटन और तीर्थयात्रा स्थल है जहां लगभग  1.2 करोड़ हर वर्ष आते है। इस पवित्र घाट के पुनर्विकास के लिए इंडियन ऑयल का यह सहयोग स्वच्छ गंगा का सपना साकार करने में मदद करेगा और हर साल हर की पौड़ी पर आने वाले करोड़ों लोगों को कई सुविधाएं प्राप्त हो सकेंगी ।

इंडियनऑयल द्वारा योगदान किए गए धन से  उत्तराखंड में हर की पौड़ी घाट को घाट के सौंदर्यीकरण के साथ-साथ पार्किंग क्षेत्र, जल निकासी प्रणाली, भूनिर्माण, सौर ऊर्जा संचालित प्रकाश व्यवस्था, कल्चर कियोस्क और सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की जाएगी |

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय और इंडियन ऑयल के लिए यह सौभाग्य की बात है कि गंगा को स्वच्छ बनाने के लिए इस तरह के पवित्र मिशन के साथ जुड़ रहे है |

इस आयोजन के दौरान, श्री प्रधान ने स्वच्छ गंगा कोष में 1 लाख रुपये का व्यक्तिगत योगदान दिया और निधि में योगदान देकर नमामि गंगे मिशन का पूरे दिल से समर्थन करने का आग्रह किया।

Dev Bhoomi Media

तीन दशक तक विभिन्न संस्थानों में पत्रकारिता के बाद मई, 2012 में ''देवभूमि मीडिया'' के अस्तित्व में आने की मुख्य वजह पत्रकारिता को बचाए रखना है .जो पाठक पत्रकारिता बचाए रखना चाहते हैं, सच तक पहुंचना चाहते हैं, चाहते हैं कि खबर को साफगोई से पेश किया जाए न कि किसी के फायदे को देखकर तो वे इसके लिए सामने आएं और ऐसे संस्थानों को चलाने में मदद करें। एक संस्थान के रूप में ‘ देवभूमि मीडिया’ जनहित और लोकतांत्रिक मूल्यों के अनुसार चलने के लिए प्रतिबद्ध है। खबरों के विश्लेषण और उन पर टिप्पणी देने के अलावा हमारा उद्देश्य रिपोर्टिंग के पारंपरिक स्वरूप को बचाए रखने का भी है। जैसे-जैसे हमारे संसाधन बढ़ेंगे, हम ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने की कोशिश करेंगे। हमारी पाठकों से बस इतनी गुजारिश है कि हमें पढ़ें, शेयर करें, इसके अलावा इसे और बेहतर करने के सुझाव अवश्य दें। आप अपना सुझाव हमें हमारे ई-मेल devbhumi.media@gmail.com अथवा हमारे WhatsApp नंबर +919719175755 पर भेज सकते हैं। हम आपके आभारी रहेंगे

Related Articles

Back to top button
Translate »