विपक्षी दलों की रस्म अदायगी तक सीमित रहा बंद
दुकानें खुली रहीं, बसें भी सामान्य रूप से चलीं
देहरादून । उत्तराखंड में नोटबंदी के खिलाफ विपक्ष के भारत बंद के आह्वान का कोई असर नहीं दिखा। बाजार रोज की तरह खुले रहे। राजधानी देहरादून में भारत बंद बेअसर रहा। सभी दुकानें अन्य दिनों की तरह खुली। आइएसबीटी पर बसें सामान्य रूप से चली। इसी तरह हरिद्वार, टिहरी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पौड़ी जिले में भी बंद बेअसर रहा। कुल मिलाकर उत्तराखंड में भारत बंद विपक्षी दलों की रस्म अदायगी तक सीमित रहा।
प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के प्रदेश महामंत्री नवीन वर्मा ने संगठन के व्हाट्सएप्प ग्रुप पर प्रदेश के व्यापारियों से राष्ट्रहित में प्रतिष्ठान खुला रखने की अपील जारी की थी। संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगदीश बवाड़ी ने बताया कि भारत बंद का व्यापारिक संगठनों से कोई सरोकार नहीं है। सोसल साइट पर वायरल हुए भारत बंद के संदेश से राज्य के सभी शहर बेअसर रहे। व्यापार मंडल ने रविवार को ही शहर के सभी बाजार खुले रखने की घोषणा कर दी थी।
प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष विपिन गुप्ता ने बताया की बाजार पूरी तरह सामान्य है। कहीं सभी बाजार बंद करने की कोई खबर नहीं आई। किसी भी सामाजिक व राजनीतिक दल के लोग भी बाजार बंद कराने नहीं आए। प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमरनाथ सक्ता ने व्यापारियों से राष्ट्रहित में प्रतिष्ठान खुला रखने की अपील जारी की है। संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगदीश बवाड़ी ने बताया कि भारत बंद का व्यापारिक संगठनों से कोई सरोकार नहीं है।
व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष उमेश अग्रवाल ने व्यापारियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि आज जिस प्रकार से व्यापारियों ने कथित राजनीतिक दलों के आह्वान पर भारत बंद को अपने प्रतिष्ठान खुले रखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कि नोटबंदी का समर्थन किया उसके लिए व्यापारी वर्ग बधाई का पात्र है। उन्होंने कहा कि सदैव देश की विपरीत स्थितियों में उत्तराखंड के व्यापारियों का योगदान ऐतिहासिक एवं अस्मरणीय है।
उन्होंने कहा इसी श्रृंखला में जहां आज देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद, भ्रष्टाचार एवं ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में एक सिपाही की तरह समर्थन दिया है। इस मौके पर दून उद्योग व्यापार मंडल के विपिन नागलिया, महामंत्री अमरजीत सिंह आनंद, दून व्यापार मंडल के अध्यक्ष अनुज जैन, कोषाध्यक्ष प्रवीण जैन, बीडी आरोड़ा, अजय सिंघल, क्रांति सिंघल, राजेंद्र सिंह ढिल्लो आदि उपस्थित रहे।