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गुमशुदा मंत्री की तलाश में क्षेत्र के लोगों ने गीत का लिया सहारा !

- वायरल गीत तेज़ी से रहा है लोकप्रिय
- सभ्य और शालीन तरीके से विरोध जताकर लोकप्रिय हुआ यह गीत
- ‘‘कख रैगी तेरु चुनावों माँ करयूं वादा हाँ ‘
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : राज्य मंत्री धन सिंह रावत प्रदेश सरकार और भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड की जोरदार शख्सियत हैं। उनके कई केंद्रीय मंत्रियों से बहुत ही नज़दीकी सम्बन्ध रहे हैं यही कारण है कि कई बार उनका नाम पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष से लेकर मुख्यमंत्री के इच्छाधारियों तक में शुमार रहता रहा है।
वह कभी डिग्री कॉलेजों में तिरंगा लगाने, शौर्य दीवार बनाने, वंदे मातरम गाने से लेकर एक बार सड़क को लेकर महिलाओं के विरोध का सामना भी कर चुके हैं इसके अलावा वे अपने बयानों को लेकर भी चर्चा में रहते रहे हैं, किंतु इस बार चर्चा बड़ी रोचक है क्योंकि वे अपने विधानसभा से नदारद हैं बस उनकी इसी नदारगी को लेकर उनकी विधानसभा के दूरस्थ जुड़े इलाके की महिला ने उन पर एक गीत बना डाला है जो कि काफी पॉपुलर हो रहा है।
यह गीत चुनाव में किए गए बड़े-बड़े वायदों को लेकर बनाया गया है जो अब उनके गले की फांस बनते जा रहे हैं। जिसमें श्रीनगर विधानसभा के मतदाताओं ने बड़े शालीन तरीके से, सुरीली आवाज में अपने मंत्री और जनप्रतिनिधि की गुमशुदगी की चर्चा की है और उनके खूब फलने-फूलने की कामना भी की है। उन्हें याद दिलाया है कि चुनाव से पहले जितने वादे किए थे वह तो धरातल पर नहीं उतरे बल्कि चुनाव जीतने के बाद उनका चेहरा भी देखने को नहीं मिल रहा है।
मंत्री और अपने इलाके के विधायक के विरोध का सभ्य और शालीन तरीका इस गीत में साफ़ दिखाई और सुनायी देता है। जिसमें एक स्थानीय महिला ने अपनी क्षेत्रीय भाषा में अपने विधायक को लानत भेजी हैं । पूरे गढ़वाल और कुमाऊं में यह गीत खूब वायरल हो रहा है और धन सिंह रावत को घेरकर के सवाल पूछ रहा है कि माननीय विधायक जी आखिर आप हैं कहाँ ?
गौरतलब हो कि अध्यक्ष और मुख्यमंत्री बनने की चर्चाओं में धन सिंह का नाम तैरता रहता है। किंतु इन कयासों के बीच उन्हें अपने विधानसभा क्षेत्र को भी देखना चाहिए ये श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र की अपेक्षा है।
देहरादून से लेकर दिल्ली तक संगठन और सरकार में उनकी पकड़ का दावा उनके समर्थकों द्वारा किया जाता है। धन सिंह रावत प्रदेश संगठन में संगठन मंत्री रहे हैं, स्वाभाविक रूप से उनका कार्यकर्ताओं से व्यापक परिचय है। धन सिंह ही एक मात्र मंत्री ऐसे हैं जो वर्तमान कैबिनेट में सर्वाधिक मजमा अपने इर्द-गिर्द लगाए रखते हैं, क्योंकि आधी कैबिनेट के मंत्री पूर्व कांग्रेसी हैं जिनके साथ बीजेपी कार्यकर्ताओं का संवाद नहीं के बराबर है।
रेखा आर्य, सतपाल महाराज, यशपाल आर्य, सुबोध उनियाल और हरक सिंह रावत का बीजेपी कार्यकर्ताओं से समन्वय न के बराबर है। अरविंद पांडे और मदन कौशिक निरंतर विधायक रहे हैं संगठन में न रहने के कारण उनका परिचय का दायरा अपने विधानसभा तक ही सीमित है। इस नाते धन सिंह रावत भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए एकमात्र उपलब्ध मंत्री माने जाते हैं। किन्तु इस गीत ने सवालों के द्वारा उन्हें घेरकर दिल्ली -देहरादून के साथ -साथ क्षेत्र को भी देखने की गुजारिश की है।