Uttarakhand

शबाब पर है पहाड़ों में शराब का विरोध

महिलाओं ने शराब व्यापारियों को खदेड़ा
चोपता मुख्य बाजार में महिलाओं ने फोड़ी शराब की 150 पेटियां
अगस्त्यमुनि के विजयनगर में महिलाओं ने शराब की पेटियों को मंदाकिनी नदी में बहाया

रुद्रप्रयाग : जनपद में शराब का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। महिलाएं किसी भी कीमत पर शराब का ठेका खुलने नहीं दे रही हैं। जहां ठेका खोला जा रही है, वहीं महिलाएं आ धमक रही हैं और शराब की पेटियों को नष्ट कर शराब व्यवसायियों के मंसूबों पर पानी फेर रही हैं। ऐसे में आबकारी विभाग और शराब व्यवसायी खासे परेशान हैं।

बृहस्पतिवार को चोपता में जब आबकारी विभाग की मदद से शराब व्यापारियों ने दुकान खोली तो आस-पास की महिलाओं को इसकी भनक लग गई। और फिर क्या था महिलाओं का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया। चोपता, कोण्डा, फलासी, मलाऊं, बछनी, जाखणी, कोलू, भन्नू, तड़ाग की महिलाओं सीधे शराब की दुकान में आ धमकी और शराब व्यापारियों को खदेड़ते हुए तोड़-फोड़ शुरू कर दी।

महिलाओं का गुस्सा यहां भी शांत नहीं हुआ और उन्होंने दुकान से 150 शराब की पेटियों को चोपता बाजार में लाकर बीच सड़क में पेटियों को नष्ट किया। इस दौरान कईं लोगों ने उनका साथ भी दिया और पेटियों में रखी शराब की बोललों को नष्ट कर दिया। मौके पर पहुंचे आबकारी अधिकारी और तहसील प्रशासन भी मूकदर्शक बना रहा। महिलाओं ने कहा कि पिछले सप्ताह हुई उर्खोली-तड़ाग मैक्स दुर्घटना का कारण शराब ही थी। चालक के शराब पीने के कारण हादसा हुआ और आठ लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। उन्होंने आक्रोश जताया कि शराब की दुकान किसी भी सूरत में नहीं खुलने दी जायेगी।

वहीं दूसरी ओर अगस्त्यमुनि के विजयनगर में भी महिलाओं का आक्रोश देखने लायक था। महिलाओं ने पहले तो टिन शैड में संचालित हो रही शराब की दुकान तोड़ डाली और फिर शराब की पेटियों को दुकान से निकाल मंदाकिनी नदी में प्रवाहित कर दिया। इस बीच शराब व्यापारियों ने तहसीलदार को बुलाया तो उन्होंने भी महिलाओं को काफी समझाया, मगर महिलाएं नहीं मानी और पचास से अधिक शराब की बोतलों को नष्ट कर नदी में फेंक दिया।

devbhoomimedia

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : देवभूमि मीडिया.कॉम हर पक्ष के विचारों और नज़रिए को अपने यहां समाहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह जरूरी नहीं है कि हम यहां प्रकाशित सभी विचारों से सहमत हों। लेकिन हम सबकी अभिव्यक्ति की आज़ादी के अधिकार का समर्थन करते हैं। ऐसे स्वतंत्र लेखक,ब्लॉगर और स्तंभकार जो देवभूमि मीडिया.कॉम के कर्मचारी नहीं हैं, उनके लेख, सूचनाएं या उनके द्वारा व्यक्त किया गया विचार उनका निजी है, यह देवभूमि मीडिया.कॉम का नज़रिया नहीं है और नहीं कहा जा सकता है। ऐसी किसी चीज की जवाबदेही या उत्तरदायित्व देवभूमि मीडिया.कॉम का नहीं होगा। धन्यवाद !

Related Articles

Back to top button
Translate »