उच्च शिक्षा और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मिलकर करेंगे उत्तराखंड का विकास : डॉ धन सिंह रावत

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस का आयोजन
देहरादून : प्रदेश में उच्च शिक्षा एवं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में काफी मुद्दो पर समानता होने के कारण मिलजुल कर कार्य करने से प्रदेश में वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ-साथ तीव्र विकास भी हो सकेगा। यह बात डा. धन सिंह रावत, मंत्री, उच्च शिक्षा, सहकारिता, दुग्ध विकास एवं प्रोटोकॉल द्वारा राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कही जिसका आयोजन उत्तराखण्ड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकॉस्ट), देहरादून एवं राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी भारत, उत्तराखण्ड अध्याय द्वारा संयुक्त रूप से विज्ञान धाम झाजरा स्थित आंचलिक विज्ञान केन्द्र में किया गया।
डा. रावत ने प्रदेश के होनहार व प्रतिभावान 100 छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप दिये जाने की भी बात कही। डा0 रावत ने यूकॉस्ट द्वारा प्रदेश में किये गये कार्यों की प्रशंसा की तथा विज्ञान धाम परिसर के माध्यम से युवाओं को विज्ञान के प्रति रूझान विकसित करने के लिये कार्ययोजना पर सहयोग देने पर भरोसा दिया। डा0 रावत ने राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) के अन्तर्गत प्राप्त तीन करोड़ के अनुदान से प्रदेश के विश्वविद्यालयों के सहयोग से तकनीकी जानकारी व विकास आधारित विषयों पर कार्यशालाओं को शुरू करने की जानकारी दी। इस दौरान डा.रावत द्वारा आंचलिक विज्ञान केन्द्र की विभिन्न गैलरी का भ्रमण कर उसकी सराहना की।
सम्मानित अतिथि श्री दिनेश चन्द्र शर्मा, विज्ञान स्तंभकार एवं लेखक, नई दिल्ली द्वारा “Making of Digital India – A Historical Perspective” विषय पर व्याख्यान दिया जिसमें उन्होने भारत में कम्प्यूटिंग मशीन के इतिहास एवं उसकी स्थापना के बारे में जानकारी दी और बताया कि किस तरह से हिन्दुस्तान में साफ्टवेयर विकास के क्षेत्र में पहल की गयी जो कि आज हमारे जी.डी.पी. का मुख्य स्रोत भी है। इस क्षेत्र में सी.एस.आई.आर. एवं आई.आई.टी. कानपुर का सूचना प्रौद्योगिकी के विकास में विशेष महत्व रहा है।
सम्मानित अतिथि डी.ए.वी. महाविद्यालय, देहरादून के प्राचार्य डा.देवेन्द्र भसीन ने अपने सम्बोधन में कहा कि वर्तमान समय की सबसे बड़ी आवश्यकता समाज के सभी वर्गों में वैज्ञानिक संचार पर अधिक कार्य किये जाने पर जोर दिया।
कार्यक्रम के सम्मानित अतिथि श्री राकेश ओबराय ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान तथा टॉयलेट निर्माण से जुड़े भारत सरकार के अभियानों में सरल व प्रभावी तकनीकों के विकास व उनके व्यापक प्रयोग की व्यापक स्तर पर आवश्यकता है।
इस अवसर पर क्षेत्रीय विज्ञान केन्द्र के सभागार में देहरादून के उच्च शिक्षा व माध्यमिक शिक्षा से सम्बन्धित विभिन्न संस्थानों के छात्र-छात्रायें एवं शिक्षक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती मोना बाली द्वारा किया गया।
इस कार्यक्रम में ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एल.एम.एस. पालनी, डी.बी.एस.महाविद्यालय के प्राचार्य डा. ओ.पी.कुलश्रेष्ठ सहित स्पेक्स के सचिव, डा. बृजमोहन शर्मा, डा. बी.पी. पुरोहित, डा. डी.पी. उनियाल, डा. आशुतोष मिश्रा, डा. प्रशान्त सिंह, अमित पोखरियाल एवं सुधाकर भट्ट आदि उपस्थित थे।