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पंचायतों की रक्षा के लिए धरना और उपवास पर बैठे हरीश रावत

हरदा ने अस्पताल से डिस्चार्ज होते ही दूसरे दिन दिया धरना

कई अव्यवहारिक संशोधन करने का लगाया आरोप  

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

देहरादून : उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पंचायत बुधवार को जनाधिकार मंच के बैनर तले पंचायतों की रक्षा और  पंचायत चुनाव में अपने फायदे के लिए कई अव्यवहारिक संशोधन करने और चुनाव में गड़बड़ियां करने का आरोप लगाते हुए एक दिवसीय उपवास रखा। उनका कहना है कि राज्य सरकार संविधान के 74 वें संशोधन के तहत पंचायतों को मिले अधिकार से प्रदेश की जनता को वंचित रखने का कुचक्र चला रही है। 

मंच के उपवास को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने समर्थन देते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने पंचायतों को मजबूती देने के लिए पंचायत राज एक्ट बनाया, लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार ने उस एक्ट में कई अव्यवहारिक संशोधन करके पंचायतों को कमजोर किया है। साथ ही पंचायत चुनाव में सत्ता का दुरुपयोग कर पंचायतों पर काबिज होने का प्रयास कर रही है। इसलिए पंचायतों की रक्षा के लिए सबको एकजुट होने की जरूरत है।

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कानून में कई गलत प्रावधान कर ग्रामीण सरकार को कमजोर किया है। पंचायत जनाधिकार मंच के संस्थापक जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है, जिसमें पंचायत के कुछ पदों पर राहत दी गई है, कुछ को छोड़ दिया गया है। जबकि व्यवस्था एक ही होनी चाहिए थी।

उन्होंने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि पंचायत चुनाव की अधिसूचना से पहले आरक्षण में गड़बड़ियां और अधिसूचना के बाद आरक्षण में बदलाव हुए हैं। पहले चरण के मतदान में कई जगह से मतपत्रों के फटे होने की सूचना तथा सत्ता पक्ष के लोगों द्वारा जबरदस्ती अपने पक्ष में मतदान करवाने की सूचनाएं भी आ रही हैं। इसका मंच विरोध करता है और इसके खिलाफ लगातार आवाज उठाता रहेगा।

उपवास कार्यक्रम में जनाधिकार मंच के जोत सिंह बिष्ट और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय सहित जसबीर रावत,पूर्व प्रमुख प्रभुलाल बहुगुणा, मंच के जिला संयोजक अश्विन बहुगुणा, सुरेंद्र अग्रवाल, नीनू सहगल, अशोक वर्मा, अमरजीत सिंह, विशाल मौर्य, शांति रावत आदि मौजूद थे।

गौरतलब हो कि मंगलवार को मैक्स अस्पताल से डिस्चार्ज हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय महामंत्री और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत एक दिन बाद ही बुधवार को राजीव गांधी काम्प्लेक्स में उपवास व धरने पर बैठ गए ।

 

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