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ट्रॉमा एंड इमरजेंसी सेवाओं को लेकर सरकार WHO की साउथ ईस्ट एशियन रीजन (एस.ई.ए.आर) समिट में प्रतिभाग

Rishikesh । AIIMS ऋषिकेश उत्तराखंड में ट्रॉमा एंड इमरजेंसी सेवाओं को सुदृढ़ बनाने हेतू उत्तराखंड सरकार के साथ मिलकर वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन की साउथ ईस्ट एशियन रीजन (एस.ई.ए.आर) समिट में प्रतिभाग करेगा। इसके लिए राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के संरक्षण एवं एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत की अगुवाई में एक संयुक्त टीम का गठन किया गया है। टीम में राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी व एम्स के ट्रामा एंड इमरजेंसी के एक्सपर्ट शामिल हैं। राज्य सरकार द्वारा गठित टीम खोनकान, थाइलैंड में रविवार से आयोजित होने वाली पांच दिवसीय समिट में उत्तराखंड की ओर से पहली मर्तबा प्रतिनिधित्व के लिए शनिवार को रवाना हो गई है। एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने बताया कि एम्स ऋषिकेश उत्तराखंड की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए कटिबद्ध है। उत्तराखंड की विशेष भौगोलिक परिस्थितियों व कई तरह की आपदाओं का केंद्र होने के कारण प्रदेश की ट्रामा एवं इमरजेंसी सेवाओं पर ध्यान देने से प्रदेश में चिकित्सा क्षेत्र में क्रांति लाई जा सकती है। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने कहा कि आपदा का असली प्रबंधन ऐसी घटनाओं से पहले कर लिया जाना चाहिए। उन्होंने इस महत्वपूर्ण कार्य में दूरदर्शिता के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को धन्यवाद दिया। टीम में राज्य सरकार की ओर से संयुक्त सचिव स्वास्थ्य अरुणेंद्र चौहान, निदेशक मेडिकल हेल्थ डा. एसके गुप्ता व एम्स की ओर से ट्रामा एवं इमरजेंसी विशेषज्ञ डा. मधुर उनियाल शामिल हैं। एम्स के ट्रॉमा एंड इमरजेंसी विशेषज्ञ डा. मधुर उनियाल ने बताया कि थाईलैंड के खोनकान में डब्ल्यू.एच.ओ. के सहयोग से बना सेंटर एक मजबूत व कम खर्च वाला तथा उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्य में आसानी से स्थापित किया जाने वाला ट्रामा एंड इमरजेंसी का मॉडल है। उन्होंने बताया कि वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन द्वारा साउथ ईस्ट एशिया के देशों को ध्यान में रखते हुए इसे खासतौर पर स्थापित किया है। जिसमें प्रि- हास्पिटल,हास्पिटल एवं शारीरिक पुर्नस्थापना का बेहतर समन्वय है। डा. मधुर ने बताया कि सीएम त्रिवेंद्र रावत व एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत के संयुक्त प्रयासों से ही राज्य में ट्रॉमा एवं इमरजेंसी को सुदृढ़ बनाने को यह पहल हो पाई है। उन्होंने बताया कि प्रो. कमर आजम के नेतृत्व में एम्स ट्रामा सेंटर अपने आपको सक्षम एवं सबल पाता है कि वह राज्य की ट्रामा संंबंधित जरुरतों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। 24 से 29 नवंबर तक थाईलैंड में आयोजित होने वाले साउथ ईस्ट एशिया में ट्रामा एवं इमरजेंसी केयर कार्यशाला में शामिल होने के लिए टीम शनिवार को उत्तराखंड से रवाना हो गई।

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