चारों धामों सहित उच्च हिमालय में हो रही लगातार बर्फवारी
देहरादून : उत्तराखंड में मौसम ने फिर करवट बदली और इसी के साथ चोटियों पर बर्फबारी का सिलसिला भी शुरू हो गया है। बदरीनाथ, केदारनाथधाम के साथ ही हेमकुंड, गोरसों और कुमाऊं मंडल के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हल्का हिमपात हुआ। नतीजतन, ठिठुरन और बढ़ गई है।
मौसम विभाग की मानें तो राज्य में अगले सात दिन बारिश-बर्फबारी से निजात नहीं मिलने वाली। 15 व 16 जनवरी को अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और 2000 फुट से ऊपर ठीकठाक बर्फबारी की संभावना है। इसके बाद 19 जनवरी तक छिटपुट रूप से यह क्रम रहेगा, लेकिन 20 व 21 जनवरी को इसमें तेजी आएगी।
वहीँ ठंड से मृत्यु का यह पहला मामला चंपावत से आया है जहाँ ठंड से खाद्य विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की मौत हो गई थी । भारी हिमपात के कारण बंद हुए हर्षिल-गंगोत्री व थल-मुनस्यारी मार्ग अभी तक भी नहीं खुल पाए हैं
राज्य में एक सप्ताह पहले तीन दिन तक बर्फबारी के चलते चोटियां बर्फ से लकदक हो गई और इसके बाद भी यह क्रम चलता रहा। दो दिन शांत रहने के बाद मौसम ने फिर पलटी मारी है और इसी के साथ उमड़ने लगे बदरा।
चोटियों पर हिमपात के जरिए मेघों ने अपने इरादे जाहिर भी कर दिए हैं। गढ़वाल मंडल में चमोली और रुद्रप्रयाग जनपदों में ऊंची चोटियों पर शाम के वक्त हल्का हिमपात हुआ। कुमाऊं मंडल की बात करें तो पिथौरागढ़ के मुनस्यारी, धारचूला क्षेत्र के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई। यही नहीं, राज्य के अन्य इलाकों में कहीं हल्के तो कहीं घने बादल छाये हुए हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से राज्य में बारिश-बर्फबारीकी संभावना बनी है। इस मर्तबा 15 व 16 जनवरी को अनेक स्थानों पर बारिश-बर्फबारी हो सकती है। 17 से 19 जनवरी तक इसकी रफ्तार कम रहेगी, लेकिन 20 व 21 जनवरी को फिर से अनेक स्थानों पर वर्षा व हिमपात की संभावना है। जाहिर है, इस सबके चलते ठिठुरन में और इजाफा हो सकता है।