TEMPLES

शीतकाल के लिए बंद हुए गंगोत्री धाम के कपाट

अगले छह महीने अब माँ गंगा के मुखवा में होंगे दर्शन 

मंगलवार को बंद होंगे यमुनोत्री धाम के कपाट

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

देहरादून: गोवर्धन पूजा के दिन हिमालय की गोद में मां गंगा के पवित्र धाम गंगोत्री के कपाट सोमवार को दीपावली के बाद पूरे विधि विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद हो गए। इसके बाद अब कल (मंगलवार) को भैया दूज के दिन यमनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जायेंगे. इस दौरान माँ यमुना की पूजा खरसाली में होगी।

अब अगले वर्ष ग्रीष्मकाल के आने तक महीने तक मां गंगा की पूजा माँ गंगा की शीतकालीन गद्दी स्थल मुखबा गांव में ही होगी। अगले वर्ष 2020 में अक्षय तृतीया के दिन अब गंगोत्री धाम के कपाट ग्रीष्म काल के दौरान श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे तब तक यहीं पर माँ गंगा की पूजा अर्चना होगी।

सोमवार को गोवर्धन पूजा यानी अन्नकूट के पर्व के दिन सुबह ही श्रद्धालु और आसपास के गांव के लोगों ने एकत्रित होकर मंदिर प्रांगण में माँ गंगा का ध्यान किया। इसके बाद गंगोत्री धाम के पुजारियों ने पूजा अर्चना की और गंगोत्री धाम के शीतकाल तक के लिए कपाट बंद किए गए।

इस दौरान आईटीबीपी के बैंड की धुन पर मां गंगा की उत्सव डोली ने सैकड़ों श्रद्धालुओं के साथ मुखबा गांव की ओर प्रस्थान किया। इस गांव के लोग पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ नाचते गाते हुए मां गंगा की डोली को अपने गांव की ओर ले गए। 10,200 फीट की ऊंचाई पर बसे गंगोत्री धाम में इस साल रिकॉर्ड पांच लाख आठ हजार तीर्थयात्रियों ने गंगोत्री धाम पहुंचकर माँ गंगा के दर्शन का पुण्य प्राप्त किया।

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