फंसे हुये ट्रैकरों की मदद के लिये प्रशासन ने मांगी वायु सेना की मदद

- मौसम खराब होने की वजह से वायु सेना का चॉपर नहीं पहुंच पाया घटना स्थल पर
- प्रशासन की रेस्क्यू टीम बूढ़ा मदमहेश्वर में लैंड होने के बाद पैदल हुई मौके के लिये रवाना
- टीम के पास भेजा गया है आवश्यक सामान
रुद्रप्रयाग । पनपतिया में फंसे ट्रैकरों को रेस्क्यू करने के लिये प्रशासन ने वायुसेना की मदद मांगी है। वायु सेना का चॉपर भी मदद के लिये पहुंच गया है, लेकिन मौसम खराब होने के कारण फंसे हुये ट्रैकरों को रेस्क्यू नहीं किया गया। वहीं बुधवार सुबह रेस्क्यू करने के लिये हेलीकाप्टर से भेजी गई दस सदस्यी टीम के सांय तक मौके पर पहुंचने की सूचना दी। वहीं मंगलवार को पैदल रवाना हुई टीम भी घटना स्थल के लिये जा रही है। नौ लोग अभी भी वहीं फंसे हुये हैं। जबकि पांच लोग सुरक्षित मदमहेश्वर धाम पहुंच गये थे। फंसे हुये ट्रैकरों में से एक ट्रैकर की हालात नाजुक बताई जा रही हैं।
बताया जा रहा है कि ट्रैकर को उल्टियां हो रही हैं। दरअसल, इंडियन आयल कंपनी में कार्यरत कुछ अधिकारी-कर्मचारियों का एक ट्रेकिंग दल बद्रीनाथ मदमहेश्वर के रास्ते मदमहेश्वर धाम आ रहा था। इस दल में पांच पोर्टर भी शामिल हैं। 14 सदस्यीय दल में से पांच लोग तो सकुशल मदमहेश्वर धाम पहुंच गये, लेकिन नौ सदस्य वहीं फंस गये।
बताया जा रहा है कि थकान के कारण इन नौ लोगों ने आगे जाने की हिम्मत नहीं उठाई। जिस स्थान पर यह फंसे हुये हैं, वह काफी ऊंचाई पर स्थित है और यहां रूक-रूक कर बर्फबारी हो रही है। जो पांच सदस्य वापस पहुंचे उनमें से एक ने देहरादून फोन किया कि हमारे साथ के कुछ सदस्य वहां फंस गये हैं। जिसके बाद देहरादून से जिला प्रशासन को रेस्क्यू ऑपरेशन करने के निर्देश मिले।
निर्देश मिलते ही प्रशासन ने मंगलवार सांय को एसडीआरएफ, आपदा प्रबंधन और पुलिस की एक टीम को मौके लिये रवाना कर दिया था। जो कि सांय को गौंडार पहुंच गई थी। यह टीम गौंडार से सुबह रवाना हो गई थी। इसके साथ ही दस सदस्यीय एक टीम हेलीकाप्टर से रवाना की गई। मौसम खराब होने और हेलीकाप्टर के लैंडिंग करने के लिये जगह न होने के कारण यह टीम बूढ़ा मदमहेश्वर तक ही हेलीकाप्टर से पहुंच पाई। इससे आगे 16 किमी की दूरी रेस्क्यू टीम को पैदल नापली है।
दोपहर तक टीम आधे रास्ते तक पहुंच गई थी। इसके बाद टीम से कोई संपर्क नहीं हो पाया। संभावना बताई जा रही है कि टीम सांय तक वहां पहुंच गई है। टीम अपने साथ गर्म कपड़े, खाने का सामान, दवाईयों के साथ ही आवश्यक सामग्री ले गई है। वहीं प्रशासन ने भारतीय वायुसेना से भी मदद मांगी है। जिसके बाद वायुसेना का एक चापर फंसे हुये टै्रकरों को निकालने के लिये पहुंच गया था। दोपहर के समय वायु सेना के चॉपर ने मदमहेश्वर वैली में रेकी भी गई, लेकिन इससे आगे मौसम खराब था।
मौसम खराब होने के कारण वायु सेना के चॉपर ने जोशीमठ में लैंडिंग कर दी। अब गुरूवार को मौसम साफ होने के बाद वायु सेना का चॉपर रेस्क्यू करने के लिये पहुंचेगा। पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि फंसे हुये टै्रकरों की मदद के लिये रेस्क्यू टीमें भेजी गई हैं। टीम के पास आवश्यक सामग्री भेजी गई है। वायु सेना का चॉपर मौसम खराब होने के कारण नहीं जा पाया। जिसके बाद वह जोशीमठ में रूक गया है। हमारी टीमे सांय तक पहुंच गई होंगी।