बगीचों से सड़क तक सेब पहुंचाने वाली ट्राली की तारें बनी जान की दुश्मन
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
उत्तरकाशी । आपदा राहत कार्य में लगे हेलीकॉप्टर के तारों से टकरा जाने के बाद दुर्घटनाग्रस्त ओने और पायलट सहित तीन लोगों की हादसे में मौत के बाद शुक्रवार को राहत कार्यों में एक अन्य हेलीकाप्टर को अचानक टिकोची के पास इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। हालांकि इस दौरान जानमाल का कोई नुकसान तो नहीं नहीं हुआ लेकिन पायलट को हल्की चोटें आने के साथ ही हेलीकॉप्टर क्षतिग्रस्त हुआ है।
जिले के चिंवा गांव में आपदा ने भीषण तबाही मचाई थी, जिसके बाद यहां के सभी रास्ते बंद है और रोजमर्रा की चीजों की किल्लत बनी हुई है। हेलीकॉप्टर से क्षेत्र में राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। शुक्रवार को भी एक हेलीकॉप्टर इस कार्य में लगा हुआ था, लेकिन टिकोची के पास बागीचों से सड़क तक सेब पहुंचाने वाली तारों को देखकर उन्होंने एमरजेंसी लैंडिंग की। समतल मैदान नहीं होने के कारण उन्हें नदी के किनारे पत्थरों पर ही लैंडिंग करनी पड़ी। गनीमत रही कि इस दौरान कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
घटना में हेलीकाप्टर के पायलट सुशांत जीना निवासी जबलपुर और सहायक पायलट अजित सिंह, निवासी हरियाणा को आराकोट पहुंचाया जा रहा है, जहां से दूसरे हेलीकॉप्टर के जरिए इन्हें देहरादून ले जाये जाने की व्यवस्था की गयी है। जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग क्यों कराई गई इसकी उनके पास सही रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है।
गौरतलब है कि इसी तरह की तारों के कारण बीती रविवार को एक अन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो चुका है। जिसमें सवार पायलट, को-पायलट और एक स्थानीय व्यक्ति की मौत हो गई थी। इसके बाद समूचे आपदा प्रभावित इलाकों में फिलहाल हेली रेस्क्यू पर रोक दिया गया था।
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