UTTARAKHAND
SRHU का चौथे दीक्षांत समारोह में डॉ. निशंक बोले जीवन में अध्ययन का कभी अंत नहीं होता

स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय का चौथा दीक्षांत समारोह
जीवन में सकारात्मकता की सोच जरूरी है, जहां नकारात्मकता है वहां है मौत : डॉ. निशंक
दीक्षांत समारोह में मेडिकल, पैरामेडिकल, नर्सिंग, मैनेजमेंट व इंजीनियरिंग कॉलेज के लगभग 674 छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
जॉली ग्रांट । SRHU स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि जीवन में अध्ययन का कभी अंत नहीं हो सकता। जिस दिन आदमी सीखना बंद कर देता है उस दिन उसकी मौत हो जाती है। उन्होंने कहा हमें अंधकार में उम्मीद की ज्योति जलानी है।
इससे पूर्व डॉ. रमेश पोखरियाल ”निशंक” ने हिमालयन हॉस्पिटल इंस्टिट्यूट के संस्थापक पूज्य डॉ. स्वामी राम के चित्र पर केंद्रीय मंत्री ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। वहीं विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ विजय धस्माना ने मुख्य अतिथि डॉ. ”निशंक” का स्वागत किया।
अपने सम्बोधन में डॉ. निशंक ने कहा कि देश में 33 वर्ष के बाद शिक्षा नीति का मसौदा आया है। निश्चित रूप से यह दुनिया की सबसे सशक्त नीति होगी। सशक्त भारत की आधारशिला इस नई शिक्षा नीति में समाहित होगी। उन्होंने कहा जीवन में सकारात्मकता की सोच जरूरी है, जहां नकारात्मकता है वहां मौत है।उन्होंने कहा कि इस विश्व विद्यालय में डिग्री प्रदान करने हेतु दीक्षांत हो रहा है, लेकिन यह शिक्षा प्राप्त करने का अंत नहीं है क्योंकि शिक्षा प्राप्त करना जीवन की सतत प्रक्रिया है। उन्होंने कहा जीवन में अध्ययन का कभी अंत नहीं हो सकता। जिस दिन आदमी सीखना बंद कर देता है उस दिन उसकी मौत हो जाती है। उन्होंने कहा हमें अंधकार में ज्योत जलानी है।
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री ने कहा कि यहां से दीक्षा ग्रहण कर जाने वाले सभी लोग समाज की बड़ी जिम्मेदारी का निर्वहन करने जा रहे हैं। उन्हें चंहुमुखी रूप से अपने क्षेत्र में एक योद्धा की भूमिका निभानी है। उन्होंने कहा कि स्वामी राम ने जो सपना शिक्षा और चिकित्सा सेवा के विकास का देखा था वह निरंतर साकार हो रहा है। उनके शिष्य कुलपति डॉ. विजय धस्माना इस दायित्व को बखूबी निर्माण कर रहे हैं। शिक्षा और चिकित्सा के साथ उन्होंने तकनीकी शिक्षा का भी यहां विकास किया है। उन्होंने संस्थान को चौमुखी विकास की कामना करते हुए कहा कि पूज्य स्वामी राम का शिक्षा देने की कल्पना आज यहाँ साकार हो रही है।
इस अवसर पर एसआरएचयू के कुलपति विजय धस्माना ने बताया कि दीक्षांत समारोह में मेडिकल, पैरामेडिकल, नर्सिंग, मैनेजमेंट व इंजीनियरिंग कॉलेज के लगभग 674 छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई।
स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय में इस वर्ष विशेष अवॉर्ड से सम्मानित एमबीबीएस के सर्वश्रेष्ठ स्नातक डॉ विवेक राजदेव और नरसिंह के सर्वश्रेष्ठ स्नातक के रूप में गरिमा को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा उपाधि प्रदान की गयीं।
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डॉ.स्वामी राम बेस्ट ग्रेजुएट अवॉर्ड- विवेक राजदेव (एमबीबीए), गरिमा (बीएससी नर्सिंग)
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कुल 674 छात्रों को दी गई डिग्री
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हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस- 336
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हिमालयन कॉलेज ऑफ नर्सिंग- 145
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हिमालयन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज- 123