UTTARAKHAND

COVID-19 : उत्तराखंड में अब तक तीन मामलों में कोरोना की हुई पुष्टि

अब तक के तीनों मामले देहरादून में हुए हैं दर्ज

IGNFA  में दोऔर प्रशिक्षु की जांच  रिपोर्ट पॉजीटिव

कोरोना की चपेट में दो और प्रशिक्षु आइएफएस

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

सरकार IGNFA पर गंभीर 

सरकार ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी (IGNFA) के तीन अधिकारियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने को गंभीरता से लिया है।

मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने गुरुवार को अकादमी के निदेशक से दूरभाष पर वार्ता कर परिसर में कोरोना वायरस से बचाव के उपायों का सख्ती से पालन करने की हिदायत दी।

मुख्य सचिव ने प्रदेशवासियों को आश्वस्त किया है कि खाद्यान्न, तेल, सब्जियों, फल, पेट्रोल, डीजल समेत दैनिक आवश्यकता से जुड़ी सभी सामग्रियों और सेवाओं की भविष्य में भी सुचारू रखी जाएगी।

देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना वायरस से संक्रमण दो और मामले सामने आए हैं। प्रदेश में अभी तक 114 व्यक्तियों के सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं। इनमें से 85 की रिपोर्ट मिल चुकी है। जिनमें 82 की रिपोर्ट निगेटिव व तीन केस पॉजीटिव आए हैं। जबकि 29 सैंपल की रिपोर्ट मिलनी अभी बाकी है। यह दोनों इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के प्रशिक्षु आइएफएस हैं। जिन्हें दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। इसके साथ ही अब तक तीन मामलों में कोरोना की पुष्टि हो गई है। पहला मरीज भी IGNFA  का प्रशिक्षु IFS है।

गौरतलब हो कि अकादमी के 62 प्रशिक्षु आइएफएस हाल ही में फिनलैंड, स्पेन और रूस आदि देशों के शैक्षिक भ्रमण पर गए थे। दून वापसी के बाद इनमें से कुछ प्रशिक्षुओं की तबीयत खराब होने पर संस्थान ने इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी। जिस पर छह प्रशिक्षुओं के सैंपल लिए गए। बीते रविवार इनमें एक केस पॉजीटिव आया। कोरोना संक्रमित यह प्रशिक्षु स्पेन से लौटे 28 सदस्यीय दल में शामिल था। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने 27 अन्य प्रशिक्षुओं के भी सैंपल लिए। दो की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। इन सभी को अभी तक अकादमी में ही क्वारंटाइन किया गया था। कोरोना की पुष्टि होने के बाद इन्हें दून मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है।

स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ अमिता उप्रेती ने बताया कि राज्य में अभी तक 50 से अधिक मरीजों की जांच कराई जा चुकी है। उन्होंने बताया कि राज्य में विदेश से भ्रमण कर कुल 722 लोग आए हैं। इसमें से 381 लोगों ने 28 दिन का समय पूरा कर लिया है। इनमें अब संक्रमण का कोई खतरा नहीं है। जबकि 307 लोगों की निगरानी चल रही है। उन्होंने बताया कि इन लोगों के लिए भी अगले दस से 12 दिन अहम हैं।

यहां गौर करने वाली बात यह भी है कि इन प्रशिक्षुओं में किसी तरह के प्रारंभिक लक्षण नहीं थे। बताया गया कि इनकी स्थिति सामान्य है। जबकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अभी तक यह कहते आ रहे थे कि जिनमें लक्षण हैं, उन्हीं के सैंपल लेने की आवश्यकता है।

19 और सैंपल जांच के लिए भेजे : गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग ने 19 और लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे हैं। इनमें पांच सैंपल देहरादून स्थित कोरोनेशन अस्पताल, तीन मैक्स अस्पताल और एम्स ऋषिकेश, सैन्य अस्पताल, ओएनजीसी अस्पताल व मेला अस्पताल हरिद्वार से दो-दो सैंपल लिए गए हैं। जबकि हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल नैनीताल व मेट्रो अस्पताल हरिद्वार से एक-एक सैंपल जांच के लिए लैब भेजा गया है।  उधर, सिडकुल ऊधमसिंहनगर में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। वहीं नैनीताल में शुक्रवार से सभी बड़े होटल बंद हो जाएंगे।

फ्रांस से आई पंतनगर विवि की आठ छात्रओं को 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन की सलाह दी गई है। जबकि रुड़की निवासी 81 वर्षीय बुजुर्ग को तबीयत खराब होने पर एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया है। उनका बेटा हाल ही में थाईलैंड से लौटा है। वहीं, रुड़की में अमेरिका, मलेशिया व थाइलैंड से लौटे चार लोगों को घर पर क्वारंटाइन किया गया है। उधर, हरिद्वार में डोईवाला की 26 वर्षीय एक युवती में कोरोना के लक्षण मिलने पर मेला अस्पताल में भर्ती किया है।

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