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विस सत्र गैरसैंण में आहूत न किए जाने के विरोध में कांग्रेसियों ने किया धरना-प्रदर्शन

देहरादून । उत्तराखंड विधानसभा का बजट सत्र गैरसैंण में आहूत न करने के विरोध में कांग्रेसियों ने पूर्व सीएम हरीश रावत के नेतृत्व में विरोध-प्रदर्शन किया। पुलिस ने विधानसभा कूच कर रहे कांग्रेस नेताओं को विधानसभा से पहले ही बैरीकेडिंग लगाकर रोक दिया। इस विरोध प्रदर्शन में पूर्व सीएम हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, विधायक करण महरा समेत कई कांग्रेस नेता शामिल हुए। 

कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना था कि गैरसैंण में विधानसभा सत्र आहूत न करना गैरसैंण भावना का अपमान है। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने विधानसभा में संकल्प लिया था कि गैरसैंण में अगला विधानसभा बजट सत्र आहूत किया जायेगा लेकिन प्रदेश की भाजपा सरकार ने इस संकल्प की अवमानना की है। यह सरकार का निर्णय था न की कांग्रेस पार्टी का। तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष ने उस पर अपनी मुहर लगाई थी लेकिन भाजपा सरकार ने गैरसैंण की जनता की भावनाओं का अनादर किया है जिसे जनता माफ नहीं करेगी। पूर्व में तीन बार गैरसैंण में सत्र भी आहूत किया गया है और वहां पर विधानसभा भवन, सचिवालय, विधायकों एवं अधिकारियों के लिए आवास की पूर्ण रूप से व्यवस्था है लेकिन सरकार का कहना है कि वहां पर सुविधायें नहीं है की बात करना जनता की भावनाओं का अनादर करना है। उनका कहना है कि गैरसैंण में एक हजार अधिकारियों के आवासों की भी व्यवस्था की गई है, लेकिन सरकार अनर्गल बयानबाजी कर जनता को भ्रमित करने का काम कर रही है। उनका कहना है कि सरकार को शीघ्र ही गैरसैंण को राजधानी घोषित करना चाहिए, लगातार जन विरोधी निर्णय लिये जा रहे है और शराबबंदी के लिए महिलायें आंदोलन कर रही है और सरकार शराब माफियाओं को लाभ पहंुचाने के लिए नियमों में परिवर्तन कर रही है। महंगाई को नियंत्रित नहीं किया जा रहा है। उनका कहना है कि एनएच 74 भूमि घोटाले की सीबीआई जांच नहीं की जा रही है। उनका कहना है कि कल वह हरिद्वार हरकी पौडी में मध्य प्रदेश में मारे गये किसानों की आत्म शांति व मध्य प्रदेश सरकार के खिलाफ तप करेगें।

इस अवसर पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व विधायक प्रीतम सिंह ने कहा कि विधानसभा से पारित संकल्प को प्रदेश की भाजपा सरकार ने इसका उल्लंधन करते हुए गैरसैंण की जनता की भावनाओं का अनादर कर एक गलत संदेश दिया है और वहीं दूसरी ओर एनएच 74 भूमि घोटाले की सीबीआई से जांच न कराया जाना सरकार का असली चेहरा सामने आ गया है। उनका कहना है कि कांग्रेस सरकार को सदन के अंदर व सदन के बाहर सरकार की जन विरोधी नीतियों को उठायेगा और सरकार को चैन से नहीं बैठने देंगें। उनका कहना है कि कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को छह माह का समय दिया था लेकिन सरकार लगातार जन विरोधी निर्णय ले रही है जिसके कारण कांग्रेस को ढाई माह में ही सरकार के खिलाफ आर-पार का आंदोलन करना पड़ रहा है और मध्य प्रदेश में जिस प्रकार से किसानों पर गोलियां बरसाई जा रही है यह भी चिंता का विषय है और उन्होंने गोलीबारी में मारे गये किसानों को अपनी ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे है और मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार उन पर गोलियां बरसा रही है जिसकी जितनी निंदा की जाये वह कम है।

उनका कहना है कि प्रदेश की टीएसआर सरकार भी जन विरोधी निर्णय ले रही है जिसे सहन नहीं किया जायेगा। शराब की नीति व शराबबंदी को महिलायें संघर्ष कर रही है और यहां पर महिलाओं पर ही मुकदमें दर्ज किये जा रहे है। उनका कहना है कि अब सरकार के खिलाफ आर पार का आंदोलन शुरू कर दिया गया है। इस अवसर पर अनेक वक्ताओं ने संबोधित किया।

धरने में पीसीसी अध्यक्ष व विधायक प्रीतम सिंह, सांसद प्रदीप टम्टा, करण मेहरा, हरीश धामी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कंुजवाल, पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी, राजेन्द्र भंडारी, पूर्व विधायक सरिता आर्य, लालचन्द शर्मा, कमलेश रमन, पूनम कंडारी, आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा, गरिमा दसौनी, चन्द्रकला नेगी, जयपाल जाटव, सुशील राठी, विकास चैहान, पुष्पा पंवार सहित अनेक कार्यकर्ता शामिल रहे।

devbhoomimedia

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