Uttarakhand
कांग्रेसी भी हुये बलूनी के कायल, मौजूदा भाजपा सांसदों को घेरा

- कुछ दिन पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी की थी प्रशंसा
देवभूमि मीडिया ब्यूरो

बलूनी ने अपने छोटे से कार्यकाल में नैनी- दून एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन करके, राज्य को एक पृथक एनडीआरएफ की इकाई देकर, पलायन रोकने के लिये निर्जन बौर गांव को गोद ले करके बलूनी ने अनूठी मिसाल कायम की है।
बलूनी के द्वारा किये जा रहे कार्यों की कुछ दिन पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी प्रशंसा की। प्रीतम ने सेना अस्पतालों से जनता के उपचार पर प्रसंशा की थी। बलूनी ने चरमराती स्वास्थ्य सेवाओं के विकल्प के तौर पर सेना और अर्धसेना के डॉक्टरों द्वारा आम नागरिकों के उपचार की पहल शुरु कर दुर्गम जनता को जीवनदान देने का बड़ा काम किया है। वे तीन आईसीयू की स्थापना कर चुके है।
बलूनी ने हाल ही में इस बयान को देकर सबको केंद्र में अपनी हैसियत का परिचय दिया कि उत्तराखंड के नागरिकों को आने वाले समय में उपचार के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। वह ऋषिकेश एम्स की तर्ज पर हल्द्वानी में भी एम्स का परिसर और श्रीनगर गढवाल तथा अल्मोड़ा में पीजीआई की स्थापना की दिशा में काम कर रहे हैं।
बलूनी की कार्यशैली को लेकर पहली बार ही कांग्रेसी नहीं बोले, विधानसभा चुनावों के दौरान भारतीय जनता पार्टी की चेतना यात्रा पर तत्कालीन कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने तंज कसा था और कहा था कि मुख्यमंत्री का सपना देखने वाले भाजपाई जो जो रथ में घूम रहे उनके सीएम बनने के सपने पूरे नहीं होंगे, प्रधान मंत्री मोदी के निकटस्थ उनके ब्लूआईड बॉय अनिल बलूनी मुख्यमंत्री बनेंगे। तब भी राज्य में इस बयान के कई कयास लगाए गये।
अल्पभाषी और शालीन सांसद बलूनी ने सभी दलों और वर्गों में अपनी अलग छवि बनाई है। अखबार में कांग्रेसियो का यह बयान राजनीति से ऊपर उठकर उन्हैं काम करने वाले सांसद की और दूरदर्शी की पहचान दिला रहा है।