दो स्थानों से चुनाव लड़नी की योजना रही नुकसानदेय
हल्द्वानी। पूर्व सीएम हरीश रावत ने प्रदेश में कांग्रेस की हार पर दिया बड़ा बयान। उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष किशोर और हरीश रावत में से एक को ही चुनाव लडऩा चाहिए था । उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि मुझे भी दो स्थानों से चुनाव लड़ने के बजाय चुनाव संचालन में भूमिका निभानी चाहिए थी। चुनाव संचालन में रही कमियों का खामियाजा कांग्रेस को हार के रूप में देखना पड़ा।
हरीश रावत ने स्वराज आश्रम में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अब कांग्रेस को अब फूंक-फूंक कर अपने कदम उठाने होंगे। रावत ने कहा सरकार सहकारिता में स्वायत्तता की हत्या कर रही है। साथ ही सहकारिता को लेकर वैद्यनाथन कमेटी की संस्तुतियों की अनदेखी की जा रही है।
उन्होंने कहा राज्य सरकार और सहकारिता मंत्री का पूर्ण रुप से सहकारी संस्थाओं में दखल चल रहा है। इतना ही नहीं उन्होंने सहकारी समितियों में नियमित रूप से नियुक्तियां करने का भी आरोप लगाया है। रावत ने कहा भाजपा सहकारिता से जुड़े लोगों की भावनाओं का अपमान कर रही है। इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश समेत कई कांग्रेसी नेता मौजूद रहे।