रहस्य बरक़रार :षड़यंत्र था या हुई हरीश धामी के साथ साज़िश !
आखिर कैसे मात्र 11 विधायकों वाली पार्टी के नेता अपने एक विधायक को ही सूची में रखना भूल गए
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून । प्रदेश कांग्रेस की नई कमेटी में पद को लेकर तल्ख़ तेवरों को अपनाये जाने के बाद धारचूला विधायक हरीश धामी को अन्य सभी 11 विधायकों के साथ विशेष आमंत्रित सदस्य सूची में जगह दी गई है। हालांकि पार्टी ने अंदरूनी षड्यंत्र को अपनी गलती को मानते हुए यह भी मान लिया है कि लिपिकीय त्रुटि की वजह से उनका नाम सचिवों की सूची में शामिल हुआ। लेकिन यह बात किसी के गले नहीं उतर रही है कि आखिरकार कैसे मात्र 11 विधायकों वाली पार्टी के नेता अपने एक विधायक को ही भूल गए। वहीं प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह ने कहा कि पार्टी नेताओं को अपने विचार, गिले-शिकवे पार्टी फोरम पर रखने चाहिए। अन्यथा पार्टी अनुशासनात्मक कार्रवाई को बाध्य होगी।
गौरतलब हो कि पार्टी हाईकमान ने बीती 25 जनवरी को प्रदेश कांग्रेस कमेटी की 242 सदस्यीय घोषित की थी। इस सूची में धारचूला विधायक हरीश धामी का नाम प्रदेश सचिवों की सूची में सबसे नीचे 98वें स्थान पर रखा गया था। अन्य विधायकों का नाम विशेष आमंत्रित सदस्यों में रखा गया। इससे खफा विधायक धामी ने प्रदेश सचिव के नए पदभार से इस्तीफा देने के साथ ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह और नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश को निशाने पर लिया था। जवाब में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने धामी के स्थान में हुए बदलाव पर आश्चर्य जताते हुए इसे राजनीतिक साजिश करार दिया था। साथ में दिल्ली जाकर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से वार्ता करने की बात कही थी।
दिल्ली पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने बुधवार को प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह की मौजूदगी में कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव संगठन के वेणुगोपाल से मुलाकात की। इस बैठक के बाद प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय महासचिव वेणुगोपाल ने नई कमेटी में लिपिकीय त्रुटि की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सूची में संशोधन किया गया है और धारचूला विधायक हरीश धामी को 11 विधायकों वाली विशेष आमंत्रित सदस्यों वाली सूची में शामिल कर लिया गया है। उल्लेखनीय है कि बीते रोज विधायक हरीश धामी ने भी नई दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संगठन वेणुगोपाल से मुलाकात की थी।