मैडाथौन का सांस्कृतिक एवं रंगारंग कार्यक्रम के साथ हुआ समापन
देहरादून । देहरादून के शिक्षित छात्रों के संगठन मेकिंग ए डिफरेंस बाए बीईंग द डिफ्रेंस (मैड) द्वारा आयोजित किए जा रहे मैडाथौन काम चार दिवसीय मेला एक सांस्कृतिक एवं रंगारंग कार्यक्रम के माध्यम से सम्पन्न हुआ। अपनी छठी वर्षगांठ मना रहा मैड लगातार देहरादून की विलुप्त होती जलधाराओं के पुनर्जीवन पर एक व्यापक अभियान चलाते आ रहा है। ना सिर्फ़ सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रम का, बल्कि पूरे मैडाथौन का ही प्रसंग देहरादून की नदियों के पुनर्जीवन से संबंधित ही रखा गया था। इस कार्यक्रम में अपनी कला कार्यक्रम प्रदर्शन करने के लिए सभी प्रतिभागियों ने नाम सिर्फ़ कड़ी मेहनत करी, बल्कि औडिशन क्लियर करके ही उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने कार्यक्रम मौका दिया गया।
नृत्य, गीत, शेर-ओ-शायरी, एवं बैंड के बीच मैड लगातार सैकड़ों में आयी नाज़रीन को मैडाथौन के प्रसंग के बारे में सूचित करते जा रहा था। रंगारंग कार्यक्रम के दौरान ही पूर्व में आयोजित की गई मैराथन दौड़ के विजेताओं एवं चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया। मैड की यही कोशिश रही कि वह एक ओर दून वासियों को शहर के पर्यावरण की बिगड़ती हालत की ओर अवगत कराएऔर दूसरी ओर उन्हें इस प्रयास से जुड़े रखने कार्यक्रम भी हर संभव प्रयत्न करे।
मैड ने यह ऐलान किया है कि वह मैडाथौन के पश्चात भी राज्य सरकार से दून की नदियों को पुनर्जीवित करने हेतु हर संभव कदम उठाता रहेगा। मैड की मुख्य मांग रही है कि राष्ट्रीय जलविज्ञान संस्थान रुड़की की रिपोर्ट के आधार पर उक्त नदियों के पुनर्जीवन काम कार्य शुरू किया जाए, और केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के उस अध्यादेश के अनुसार जो रिस्पना एवं बिंदाल को गंगा बेसिन में चिन्हित की गई है, उन्हें राज्य सरकार उसी हिसाब से पुनर्जीवित करने कार्यक्रम प्रयास करे। इस मौके पर मैड के संस्थापक अध्यक्ष अभिजय नेगी के अलावा करन कपूर, शार्दुल असवाल, सात्विक निझौन, राहुल गुरू, अभिषेक जौनसारी, शरद माहेश्वरी, जाह्नवीकरोयिया, अक्षिता धवन, श्रेया रोहिला व अन्य मौजूद रहे।