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साँच को नहीं आंच : मुख्यमंत्री की पत्नी ने पुलिस को सौंपे अपने शैक्षणिक दस्तावेज़!

  • जांच के बाद बोलने को कुछ नहीं रह जाएगा विरोधियों के पास 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

DEHRADUN :  कुछ लोगों द्वारा राजनीतिक प्रतिद्वंदिता के चलते जानबूझकर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की धर्मपत्नी श्रीमती सुनीता रावत के शैक्षणिक प्रमाणपत्रों पर सार्वजानिक तौर पर अगुलियां उठायी जाने के बाद अब तक चुप्पी साधे रही सुनीता रावत ने अपने शैक्षणिक प्रमाणपत्रों को जांच करने के लिए डालनवाला पुलिस को सौंप दिए हैं। हालाँकि उनके शैक्षणिक प्रमाणपत्र शिक्षा विभाग के पास भी मौजूद हैं लेकिन उसने किन कारणों से ये दस्तावेज सार्वजनिक नहीं किये यह तो वहीँ जाने, लेकिन अब खुद मुख्यमंत्री की पत्नी द्वारा प्रमाणपत्र पुलिस को सौंपे जाने के बाद दूध का दूध और पानी का पानी होना निश्चित है और ऐसे लोगों के पास इनकी जांच के बाद बोलने को कुछ नहीं रह जाएगा।

पुलिस को उपलब्ध कराये गए शैक्षणिक प्रमाणपत्रों में सुनीता रावत का विवाह वर्तमान मुख्यमंत्री जो तत्कालीन समय में संघ के प्रचारक और संगठन मंत्री रहे त्रिवेंद्र सिंह रावत से 13 अक्तूबर 1994 को हुआ था जो विवाह से पहले सुनीता नेगी थीं। उनके पिता का नाम जगत सिंह नेगी हैं । गवर्मेंट गर्ल्स कालेज पौड़ी से 1982 मे हाई स्कूल, वहीं से 1984 में इंटरमीडिएट रोल नंबर 00873300 पास किया था और उनके विषय साहित्यिक हिंदी, अंग्रेजी, भूगोल, होम साइंस और अर्थशास्त्र थे। वहीँ उन्होंने गढ़वाल विश्व विद्यालय से गृह विज्ञान, हिंदी और अंग्रेजी में 1986 में बीए किया और फिर 1988 में गढवाल विश्व विद्यालय से अंग्रेजी में स्नातक किया। राजकीय कन्या दीक्षा विद्यालय पौड़ी  से 1991 बीटीसी करने के बाद अध्यापन कार्य के लिए आवेदन किया इसी बीच उन्होंने हेमवती बहुगुणा विश्व विद्यालय से 1992 में द्वितीय श्रेणी से बीएड पास की। इसी दौरान बीटीसी के आधार पर सुनीता नेगी को मार्च 1992 में पहली नियुक्ति स्वीत, खिर्सू के प्राथमिक विद्यालय में मिली थी।

गौरतलब हो कि पूर्व भाजपा नेता सुभाष शर्मा ने कई बार की गयी प्रेस कांफ्रेंस नियुक्ति में कल्याण सिंह के दबाव में नौकरी मिलने का आरोप लगाये थे। साथ ही शर्मा ने दावा किया कि सुनीता ने केवल हाईस्कूल और उत्तरा -मद्यमा या शास्त्री जैसा कुछ किया है, जो कि सरकारी नौकरी के लिए मान्य नहीं हैं। सुनीता रावत ने इस आरोप को शरारत पूर्ण और छवि खराब करने के उद्देश्य से बताते हुए डालनवाला थाने में बीते दिनों मुकदमा दर्ज कराया था।

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