BJP शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने मोदी को दिया अपने कार्यों का ब्यौरा

मोदी व अमित शाह के सामने मिशन 2019 पर हुई ब्यापक चर्चा
अंत्योदय कार्यक्रमों के उदेश्यों को पूरा करने का रखा लक्ष्य
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सोमवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित मुख्यमंत्री परिषद् की बैठक में शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री से राज्य के विकास, सुशासन को मजबूत करने, किसानों एवं गरीबों के कल्याण के लिए किये जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तार से विचार विमर्श किया।
नयी दिल्ली : मिशन -2019 को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने भाजपा शासित प्रदेशों से मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों से बैठक की। इसमें विकास, सुशासन और गरीब कल्याण के मंत्र को साकार करने वाली केंद्र की योजनाओं को राज्यों में लागू करने के साथ प्रदेश सरकारों की अन्य पहल की समीक्षा की गई।
बैठक में राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इन योजनाओ के बारे में अपनी प्रस्तुति दी। यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब इस बैठक में 2019 चुनाव से जुड़ी बातों पर चर्चा हुई बैठक ऐसे वक्त पर हुई जब केंद्रीय कैबिनेट में फेरबदल की संभावना भी जताई जा रही है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सोमवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित मुख्यमंत्री परिषद् की बैठक में शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री से राज्य के विकास, सुशासन को मजबूत करने, किसानों एवं गरीबों के कल्याण के लिए किये जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तार से विचार विमर्श किया।
बैठक में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे विभिन्न विकास कार्यों एवं राज्य में चलाई जा रही विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। 2022 तक किसानों की आय को दोगुनी करने के लक्ष्य को लेकर भी प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के बीच चर्चा हुई। चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य में केन्द्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की प्रगति के बारे में भी जानकारी हासिल की।
बैठक में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति का लाभ और उडान योजना, सेतु-भारतम योजना, मिशन इन्द्रधनुष, ईज आॅफ डूईंग, एक भारत-श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम, डिजिटल इंडिया, राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन सुरक्षा बीमा एवं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत किये जा रहे कार्यों की प्रगति की विस्तार से जानकारी दी।
इसके साथ ही साल 2019 तक कनार्टक, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पूर्वोत्तर के कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में प्रधानमंत्री ने विकास, सुशासन और गरीब कल्याण के मंत्र को साकार करने में राज्यों की भूमिका की समीक्षा की। नरेंद्र मोदी और अमित शाह के साथ अहम बैठक में शामिल होने के लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रपाणी, असम के मुख्यमंत्री सवार्नंद सोनोवाल, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर, मणिपुर के मुख्यमंत्री विरेंद्र सिंह, अरणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह शामिल हुए।
बैठक में गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्किर शामिल नहीं हो पाए। पर्किर संभवत: उपचुनाव की वजह से शामिल नहीं हो पाए। इसके अलावा बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, जम्मू कश्मीर के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह और गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल भी मीटिंग में पहुंचे। इनके अलावा बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, गहमंत्री राजनाथ सिंह भी बैठक में मौजूद थे। सूत्रों ने बताया कि बैठक में राज्यों के मुख्यमंिायों ने विभिन्न योजनाओ के बारे में अपनी प्रस्तुति दी और कायार्न्वयन की जानकारी दी।
अमित शाह अपनी तैयारियों में जुट गए हैं और वे विभिन्न राज्यों के पार्टी नेताओं, पदाधिकारियों से लेकर बूथ स्तर के कार्यकतार्ओं के साथ बैठक का सिलसिला जारी रखे हुए हैं। हाल ही में उन्होंने अपनी रणनीति का खुलासा करते हुए 2019 चुनाव में 350 प्लस सीट का मंत्र दिया था। भाजपा अगले चुनाव में ऐसी 120 सीटों पर खास जोर दे रही है जहां पार्टी जीत दर्ज नहीं कर पायी है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विभिन्न राज्यों के सांसदों के साथ बैठक कर उनके साथ खुला संवाद कर चुके हैं। उन्होंने सांसदों को अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचने और जनता से संवाद करने का मंत्र दिया था ।
साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव एवं इस दौरान कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यह बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस बैठक में राज्यों में केंद्र की योजनाओं के कायार्न्वयन की स्थिति का जायजा लिया गया। उल्लेखनीय है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह अभी से 2019 के चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं और इस संदर्भ में उनका 110 दिनों के राज्यों के प्रवास का कार्यक्रम जारी है। इस दौरान वे प्रदेश में बूथ स्तर के कार्यकतार्ओं के साथ चर्चा कर रहे हैं। इससे पहले अप्रैल में भाजपा के मुख्यमंत्रियों की बैठक हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पाटीर् के सत्ताधारी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में मुख्यमंत्रियों को स्पष्ट किया था कि उनकी सरकार जनता के लिए और जनता के साथ है। लिहाजा, सभी मुख्यमंत्री इसी एजेंडा पर काम करते हुए जनता के बीच अपनी और सरकार की लोकप्रियता को पुख्ता बनाएं।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में पाटीर् मुख्यालय में हुई मुख्यमंत्रियों की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों को अंत्योदय के उदेश्यों को पूरा करने का लक्ष्य दिया गया। साथ ही नसीहत दी कि वे सुशासन एवं गरीब कल्याण योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने पर पूरा जोर लगाएं, ताकि जनता को उनका लाभ मिलने के साथ ही पाटीर् की विश्वसनीयता बढ़ सके। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कल से शुरू होने वाले अपने तीन दिवसीय तमिलनाडु दौरे को टाल दिया है। ऐसी अटकलें है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल का फेरबदल विस्तार हो सकता है।