रुद्रप्रयाग। चारधाम यात्रा के मुख्य पड़ावों पर गंद्गी का अम्बार लगा हुआ है। आलम यह है कि चारों ओर फैली गंद्गी से राहगीरों का चलना मुश्किल हो गया है। यहां से गुजरते समय लोगों को नाक पर रूमाल रखकर चलना पड़ रहा है, जिस कारण सांस लेने में भी मुश्किले पैदा हो रही हैं। सडक़ में फैली गंद्गी से आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जो स्वच्छ भारत अभियान को आइना दिखा रहा है।
एक ओर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वच्छ भारत अभियान पर जोर दे रहे हैं और दूसरी ओर केन्द्रीय मंत्री उमा भारती नमामी गंगे प्रोजेक्ट को लेकर चिंतित हैं, वही जिला प्रशासन इस मिशन पर पलीता लगा रहा है। चारधाम यात्रा पड़ावों के चारों ओर फैली गंद्गी यह दर्शा रही है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वच्छ भारत का सपना शायद ही कभी पूरा हो पायेगा। चारधाम यात्रा के अहम पड़ाव सुमाड़ी व तिलवाड़ा में गंद्गी से लोग परेशान हैं। शिविर लाइन की सुविधा आज तक जनता को नहीं मिल पाई है और नालियों का निर्माण करने में अधिकारी आलस्य दिखा रहे हैं। ऐसे में गंदा पानी सीधे सडक़ों में आकर फैल रहा है और आम राहगीरों का चलना मुश्किल रहा है। आते-जाते वाहनों से गंदा पानी लोगों पर भी गिर रहा है, जिस कारण लोग काफी परेशान हो चुके हैं।
तिलवाड़ा क्षेत्र को अभी नगर पंचायत का दर्जा मिला है और आगामी वर्ष में यहां चुनाव भी संपंन होंगे, मगर जिला प्रशासन है कि अपनी जिम्मेदारी से पहले ही मुंह फेरे हुए है। यात्राकाल के दौरान जिला पंचायत द्वारा सफाई व्यवस्था का जिम्मा लिया जाता है, मगर यात्रा बंद होने के बाद कोई व्यवस्था नहीं की जाती है। मंदाकिनी व लस्तर नदी के किनारे पर बसा तिलवाड़ा और सुमाड़ी बाजार चारधाम यात्रा का मुख्य केन्द्र है। इस स्थान पर रुद्रप्रयाग से तिलवाड़ा होकर केदारनाथ की यात्रा की जाती है, जबकि गंगोत्री, यमनोत्री की यात्रा करते हुए सीधे टिहरी के रास्ते तिलवाड़ा पहुंचा जाता है और इस रास्ते से केदारनाथ व बद्रीनाथ भी जाया जा सकता है, मगर इन स्थानों पर किसी भी प्रकार की कोई सुविधा यात्रियों के लिए नहीं हैं।
पर्यटन विभाग की ओर से इन स्थानों पर सुलभ शौचालय की व्यवस्था भी नहीं की गई है और ना ही पार्किंग की कोई सुविधा है। इसलिए इस क्षेत्र में यात्री रूकने को भी तैयार नहीं है। युवा व्यापारी मुकेश कंडारी, अरविन्द बुटोला, पूर्णानन्द भटट, पे्रम लाल, चन्द्रशेखर भटट, भीम सिंह सजवाण ने कहा कि गंद्गी की समस्या से निजात दिलाने को लेकर जिलाधिकारी से कईं बार शिकायत की गई, मगर केवल आश्वासन के अलावा कुछ भी नहीं मिला। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से नालियों के निर्माण के लिए कहा गया, मगर अधिकारी हैं कि सुनने को तैयार ही नहीं हैं। प्रशासन की ओर से सुमाड़ी व तिलवाड़ा में सुलभ शौचालय की व्यवस्था भी नहीं की गई है, जबकि पार्किंग न होने से आये दिन जाम की समस्या बनी रहती है।
कूड़ेदान की व्यवस्था न होने से कचरे को सीधे मंदाकिनी नदी में फैंका जा रहा है, जिससे मंदाकिनी मैली होती जा रही है। व्यापारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि यात्रा से पूर्व समस्याओं का निस्तारण नहीं किया गया तो जिला प्रशासन के विरूद्घ आंदोलन किया जायेगा। चारधाम की बैठक में यह मामला उठा था, जिस पर एसडीएम और स्वजल विभाग को इस समबन्ध में निर्देशित किया गया कि वे तिलवाड़ा व सुमाड़ी बाजार में फैली गंद्गी को साफ किया जाय। इसके अलावा लोगों को भी जागरूक किया जाय कि वे गंद्गी को मंदाकिनी में न फैंके।