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चारधाम यात्रा गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ हुई शुरू

  • चार धाम यात्रा की हुई शुरुआत 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

देहरादून। उत्तराखंड स्थित चारों धामों में से गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का मंगलवार से विधिवत शुभारंभ हो गया। अक्षय तृतीय के पावन पर्व पर मंगलवार को गंगोत्री धाम में विधिवत हवन, पूजा-अर्चना, वैदिक मंत्रोच्चारण एवं धार्मिक रीति-रिवाजों साथ गंगोत्री के कपाट दोपहर 11.30 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोले गए। वहीं, यमुना घाटी स्थित माँ यमुनोत्री धाम के कपाट भी मंगलवार दोपहर 1.15 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। कपाट खुलने के अवसर पर दोनों ही पवित्र धामों में पहुंचे हजारों श्रद्धालुओं ने गंगोत्री में गंगा के जयकारे लगाए तो यमुनोत्री में माँ यमुना के जयकारे लगा वातावरण को भक्तिपूर्ण बना दिया।

गंगोत्री पहुंचे हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान करने के बाद माँ गंगोत्री के दर्शन किए। इस अवसर पर गढ़वाल आयुक्त डॉ. बीवीआरसी पुरूषोत्तम, जिले के प्रभारी मंत्री धन सिंह रावत, विधायक गोपाल रावत , मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल, सचिव दीपक सेमवाल सहित आदि मौजूद थे।

वहीं मंगलवार प्रातः यमुना के शीतकालीन प्रवास स्थल खरसाली से यमुना की डोली शनि देव की अगुआई में यमुनोत्री के लिए रवाना हुई। मंगलवार सुबह 8:40 बजे पर यमुना की डोली खरसाली स्थित यमुना मंदिर से बाहर निकाली गई। इसके बाद 8:45 पर यमुनोत्री के लिए रवाना हुई। रवाना होने से पूर्व स्थानीय लोगों ने पारंपरिक लोक नृत्य किया। साथ ही यमुना की डोली को भव्य रूप से सजाया। यमुना की डोली के यमुनोत्री पहुँचने पर धाम के कपाट दोपहर 1.15 बजे खोल दि‍ए गए।

वहीं, सोमवार को अपनी शीतकालीन गद्दीस्थल मुखवा से चली माँ गंगा की डोली के रात्रि विश्राम भैरव घाटी में करने के बाद मंगलवार सुबह 7:30 बजे गंगा की डोली गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई। रवाना होने से पूर्व भैरव घाटी में स्थित भैरव मंदिर में विधि विधान से पूजा अर्चना की गई। भैरव को मां गंगा का द्वारपाल भी कहा जाता है। मान्यता है कि बिना भैरव के दर्शन के गंगोत्री की यात्रा पूरी नहीं होती। इसलिए भैरव घाटी के भैरव देवता का अपना महत्व है। गंगोत्री में 9:30 बजे के करीब गंगा की डोली पहुंची। इसके बाद गंगा लहरी, गंगा सहस्त्रनाम आदि का पाठ किया गया। दोपहर ठीक 11:30 बजे गंगोत्री के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए।

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