प्रधानमंत्री ने कहा, ‘डॉक्टरों की सलाह और निर्देशों का करें पालन ’
प्रधानमंत्री ने की साथी नागरिकों को निर्बाध सेवाएं प्रदान करने के लिए आईटी प्रोफेशनलों और कामगारों की सराहना
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से न घबराने और अनावश्यक यात्राओं को टालने का अनुरोध किया है। प्रधानमंत्री ने सभी लोगों से कहा कि वे डॉक्टरों की सलाह को ध्यान में रखें। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने यह भी कहा है कि जिन लोगों को अपने घर पर ही बिल्कुल अलग-थलग रहने (होम क्वारंटाइन) के लिए कहा गया है, उन्हें इन निर्देशों का पालन करना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने अपने कई ट्वीट्स में कहा कि ‘कभी न भूलें – सावधानियां बरतनी हैं, घबराएं नहीं! न केवल अपने घर पर ही रहना आवश्यक है, बल्कि उसी कस्बे/शहर में ही ठहरे रहें ,जहां आप अभी हैं। अनावश्यक यात्राएं आपकी या दूसरों की मदद नहीं करेंगी। इस अत्यंत कठिन समय में हमारी ओर से किए जाने वाले हर छोटे प्रयास का व्यापक सकारात्मक असर होगा।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘यह बिल्कुल सही समय है जब हम सभी को डॉक्टरों और अधिकारियों की सलाह को बड़े ध्यान से सुनना चाहिए। जिन लोगों को ‘होम क्वारंटाइन’ में रहने के लिए कहा गया है, उनसे मैं इन निर्देशों का पालन करने का अनुरोध करता हूं। यह आपके साथ-साथ आपके मित्रों और परिवार की भी रक्षा करेगा।’
प्रधानमंत्री ने साथी नागरिकों को अपनी सेवाएं प्रदान करने के लिए आईटी प्रोफेशनलों और कामगारों की सराहना करते हुए कहा कि ‘कोविड-19’ का सामना करने में आपकी अभूतपूर्व भूमिका को आने वाले वर्षों में याद किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘वे हीरो हैं। वे अभूतपूर्व व्यक्ति हैं जिनकी असाधारण भूमिका को आने वाले वर्षों में याद किया जाएगा।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘बिल्कुल सही! भारत को अपने आईटी प्रोफेशनलों पर काफी गर्व है, जो साथी नागरिकों को निर्बाध सेवाएं प्रदान करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। अन्वेषकों और अत्यंत मेहनती प्रोफेशनलों के इस समुदाय या वर्ग को ‘कोविड-19’ का सामना करने में प्रमुख भूमिका निभानी है।
इस रविवार घरों में रहकर अपनी एवं दूसरों की देखभाल करेंः उप राष्ट्रपति
नई दिल्ली। उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने देशवासियों से कल (22 मार्च, 2020 को) अपने घरों में रहने की अपील की, जिससे कोरोना वायरस के प्रसार को प्रभावी तरीके से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि चूंकि वायरस शारीरिक संपर्क से फैलता है, इसलिए सामाजिक रूप से दूरी बनाकर रखना, इस वायरस की इनक्यूबेशन अवधि के दौरान संपर्क से बचना इसके प्रसार को रोकने का एक प्रभावी माध्यम है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इस रविवार को सामाजिक दूरी बनाकर रखने की अपील की चिकित्सा विशेषज्ञ और विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रमुख रूप से हिमायत कर रहे हैं। नायडू ने राजनीतिक दलों, सिविल सोसायटी संगठनों एवं अन्य सभी संबंधित पक्षों से कोरोना वायरस द्वारा उत्पन्न चुनौती का सामूहिक रूप से मुकाबला करने के लिए आगे बढ़कर सहयोग करने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि यह प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है कि वे इस चुनौती का मुकाबला करने की दिशा में दूसरों को शिक्षित एवं प्रोत्साहित करें।