देवभूमि मीडिया ब्यूरो — बता दें कि एनुअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन ने कई बिंदुओं पर सर्वेक्षण के बाद सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों पर रिपोर्ट जारी की है। जिसने सरकार के शिक्षा गुणवत्ता के दावों की पोल खोल दी है।
असर की रिपोर्ट के मुताबिक सरकारी स्कूलों के कक्षा 8 वीं के 81 प्रतिशत छात्र ही कक्षा दो के स्तर का पाठ पढ़ पा रहे हैं।इसके अलावा कक्षा एक के 40 प्रतिशत से अधिक छात्र अक्षर नहीं पढ़ पा रहे हैं। कक्षा 8 वीं के 2 प्रतिशत, 7 वीं के 2 प्रतिशत से अधिक, 6 के 3 प्रतिशत से अधिक, 5 के 4 प्रतिशत छात्र अक्षर नहीं पढ़ पा रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के सरकारी स्कूलों की तुलना में निजी स्कूलों के अधिक बच्चे टयूशन पढ़ रहे हैं। और सरकारी स्कूलों में वर्ष 2022 में पिछले वर्षों की तुलना में अधिक नामांकन हुआ है।