वायुसेना की जांच टीम ने दुर्घटनाग्रस्त MI-17 हेलीकाप्टर की बारीकी से की जांच

- एमआई-17 में घायल तकनीशियन अशिलेश को भेजा सेना के हेलीकॉप्टर से बरेली
रुद्रप्रयाग : मंगलवार सुबह केदारनाथ में क्रैश हुए एमआई 17 हेलीकॉप्टर की सुरक्षा में पुलिसकर्मियों को लगाए जाने के साथ ही बरेली और दिल्ली से वायु सेना की आयी टीम ने दुर्घटनाग्रस्त एमआई-17 हेलीकॉप्टर का करीब पांच घंटे तक गहन निरीक्षण किया। पायलट, को-पायलट और स्टाफ के अन्य सदस्यों से पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेने के बाद जांच टीम बरेली के लिए रवाना हो गई।
एयरफोर्स के अफसरों की पांच सदस्यीय टीम केदारनाथ पहुंची। सेना के तीन एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) से सुबह 7 बजे अफसर केदारनाथ पहुंचे। अफसरों ने वीआईपी हेलीपैड से 60 मीटर पहले क्रैश हुए हेलीकॉप्टर की पूरी स्थिति को देखा। घटना को लेकर अनेक जानकारियां ली गई। टीम के अफसरों ने पायलट के साथ ही प्रशासनिक अफसरों से भी बात की। यहां मौजूद लोगों से भी जानकारी जुटाई। एयरफोर्स के अफसरों की टीम ने दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का बारिकी से निरीक्षण किया। इसके क्षतिग्रस्त पार्ट्स को भी देखा।
वहीँ केदारनाथ में मंगलवार को क्रैश हुए एमआई-17 में घायल तकनीशियन अशिलेश को सुबह 7.25 बजे सेना के हेलीकॉप्टर से बरेली ले जाया गया। जबकि दूसरे हेलीकॉप्टर से पायलट विंग कमांडर एसएस मुल्तानी, को-पायलट आरएस चौधरी, एचआर ओज्ञा, एन राजन और ए कौशिक को बरेली ले जाया गया। मंगलवार को मौसम खराब होने के कारण यह सभी केदारनाथ में ही रुके थे। पहले से गुप्तकाशी में रुके सेना के तीन हेलीकॉप्टर ने सुबह केदारनाथ के लिए उड़ान भरी और सभी लोगों को वापस लाने का काम किया।
इधर, मौसम खराब होने के कारण तीनों ग्राउंड कर्मचारी पैदल ही केदारनाथ से गौरीकुंड पहुंचे। जहाँ से उन्हें गुप्तकाशी पहुंचाया गया है। उन्हें यहां से हेलीकॉप्टर से बरेली भेजा गया। डीएम मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि केदारनाथ पहुंचे एयरफोर्स की टीम के सभी सदस्य सुरक्षित बरेली लौट गए हैं। उधर, केदारनाथ में क्रैश हुए एमआई 17 के साथ कोई छेड़खानी न करे इसके लिए पुलिस को सुरक्षा में लगाया गया है। केदारनाथ में मौजूद एसडीएम गोपाल सिंह चौहान ने बताया कि दो कांस्टेबल यहां नियमित तैनात किए गए हैं।