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भारतमाला परियोजना के अंतर्गत सीमान्त इलाकों मिलम से मलारी तक सड़क का सर्वे हुआ शुरू

उत्तराखंड में चीन सीमा पर सामरिक दृष्टि से अब बनेगी नई सड़क

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 
देहरादून : देश की सीमाओं तक सड़क पहुँचाने के लिए केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना भारतमाला परियोजना के तहत उत्तराखंड से लगी चीन सीमा पर कुमाऊं मंडल के सीमावर्ती इलाकों और गढ़वाल मंडल के सीमान्त गांवों को जोड़ने के लिए सड़क बनाए जाने की योजना परवान चढ़ने वाली है। मिली जानकारी के अनुसार इस सड़क को मानसरोवर मार्ग के गुंजी और ज्योलिंगकांग को भी जोड़ने की योजना है। 
मिली जानकारी के अनुसार चीन सीमा के बेहद करीब कुमायूं मंडल के सीमान्त इन गांवों तक सड़क पहुँचने से बुडा दुंग, बमरास, परीताल, उंटा धूरा, टोपी डूंगा, बावन बैंड, लपथल और मलारी क्षेत्र सड़क संपर्क से जुड़ जाएंगे। 
जानकारी के मुताबिक हिमालय क्षेत्र में चीन सीमा के करीब के इलाकों को छूते हुए भारतमाला परियोजना के तहत 71 किमी सड़क का आईटीबीपी, वन विभाग और सीपीडब्ल्यूडी ने इस सड़क का सर्वे शुरू कर दिया है जिसके लगभग 20 दिन में पूरा होने की संभावना है। सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण यह सड़क भारत -चीन सीमा से होते हुए मुनस्यारी के मिलम और जोशीमठ के मलारी तक के क्षेत्र को जोड़ेगी।
एक जानकारी के अनुसार भारत -चीन युद्ध से 1962 से पूर्व इन क्षेत्रों के निवासियों का यह ढाकर मार्ग पहले से ही व्यापारिक मार्ग की तरह प्रयोग होता रहा था जो युद्ध के बाद लगभग बुरी तरह बर्बाद हो गया है।  लेकिन अब मोटर मार्ग बनने से सीमान्त इलाके के लोगों को पहले की तरह आवगमन सरल हो जायेगा। 

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