एम्स में ब्रेस्ट कैंसर का इंटीग्रेटेड सेंटर संचालित
- पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने सीएम त्रिवेंंद्र रावत से की शिष्टाचार भेंट
- सीएम ने एम्स निदेशक से संस्थान में रिसर्च व टर्सरी केयर बढ़ाने को कहा
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून ।अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश के निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंंद्र सिंह रावत से बुधवार को शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एम्स निदेशक प्रो. रवि कांत से संस्थान की प्रगति व मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सकीय सेवाओं की जानकारी हासिल की, इस दौरान सीएम रावत ने प्रतिदिन हजारों रोगियों की सेवा के साथ एम्स के बेहतर संचालन के लिए निदेशक पद्मश्री रवि कांत को शुभकामनाएं दी।
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एम्स निदेशक रवि कांत से संस्थान में रिसर्च व टर्सरी केयर बढ़ाने को कहा। जिससे ऋषिकेश एम्स राज्य ही नहीं देश का बेहतरीन अस्पताल बन सके। उन्होंने एम्स में मरीजों की सेवा में जुटे देश के कलकत्ता, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल आदि हिस्सों से आए सैकड़ों विशेषज्ञ चिकित्सकों के सेवा कार्य की प्रशंसा की।
इस अवसर पर निदेशक एम्स पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने मुख्यमंत्री रावत को बताया कि एम्स में ब्रेस्ट कैंसर का इंटीग्रेटेड सेंटर संचालित किया जा रहा है, जहां पर मरीजों को एक ही छत के नीचे सभी प्रकार की जांच सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है जिससे उन्हें विभिन्न विभागों में परेशान नहीं होना पड़े,इसके बाद उन्हें शीघ्र आपरेशन की डेट दे दी जा ती है।
निदेशक एम्स ने बताया कि इसके अलावा संस्थान में कैंसर की सर्जरी, रेडियोथैरेपी व कीमोथैरेपी की सुविधा मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि एम्स में मेडिकल गैस पाइप लाइन का कार्य अंतिम चरण में है, इसके तत्काल बाद क्रिटिकल केयर सेंटर का विस्तार किया जाएगा।
निदेशक प्रो.रवि कांत ने बताया कि एम्स संस्थान आउट रीच सेल के माध्यम से अस्पताल के अलावा दूर दराज के इलाकों पिंडरघाटी के थराली, पीपलकोटी जोशीमठ, केदारनाथ के समीप नारायणकोटी,हरबर्टपुर आदि क्षेत्रों में मरीजों काे नियमित शिविरों के माध्यम से चिकित्सा सुविधा दी जा रही है। साथ ही गंभीर रोगियों को कैंप से रेफर कर एम्स में उपचार दिया जा रहा है।
निदेशक एम्स ने बताया कि संस्थान की ओर से पश्चिमी उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में रोगियों में पाए जाने वाले कैंसर पर रिसर्च की जा रही है, साथ ही गंगोत्री से लेकर हरिद्वार तक गंगा जल में प्रदूषण पर अनुसंधान के बारे में भी जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने एम्स निदेशक को मरीजों के हित में कार्य करने का सुझाव दिया है।