TOURISM

प्रधानमंत्री ने की मसूरी और नैनीताल की पेयजल योजना मंजूर: बलूनी

  • मसूरी पेयजल योजना के लिए 187 करोड़ की मंजूरी आठ करोड़ रुपये 
  • नैनीताल के लिए 333 करोड़ की योजना पर केंद्र सरकार विचारशील 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो

देहरादून : पर्यटन काल के दौरान पानी की कमी से जूझते उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों में शुमार पहाड़ों की रानी मसूरी और सरोवर नगरी नैनीताल के लिए प्रधानमन्त्री मोदी ने अगले 40 सालों तक पानी की कमी न होने देने के लिए पेयजल योजना को जारी झंडी दे दी है।  इससे मसूरी और नैनीताल के लोगों के साथ -साथ पर्यटकों को भी पेयजल संकट से निजात मिलेगी। केंद्र सरकार ने मसूरी के लिए 187 करोड़ रुपये की पेयजल योजना को मंजूरी दे दी है जबकि नैनीताल के लिए 333 करोड़ की पेयजल योजना के लिए जल्दी ही आदेश जारी हो जाएंगे।

राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने यह जानकारी देते  हुए बताया कि केंद्र सरकार ने इस योजना के लिए आठ करोड़ रुपये की पहली किस्त भी जारी कर दी है।  उन्होंने बताया कि गर्मियों के दिनों में पर्यटन नगरी मसूरी जहाँ पर्यटकों का आवागमन बढ़ जाता है वहीँ स्थानीय लोगों को भी पानी की किल्लत का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया  मसूरी के लिए  अगलाड़ नदी अथवा यमुना से पेयजल लिफ्ट कर पानी की निरंतर सप्लाई की योजना बनाई गयी है  जबकि नैनीताल के लिए खैरना में बांध बनाकर वहां से पानी नैनीताल लिफ्ट किये जाने की योजना बनाई गयी  है। 

उन्होंने बताया कि दोनों की पर्यटक स्थलों के स्थानीय लोग और पर्यटन कारोबारी पेयजल की समस्या के समाधान की वर्षों से मांग कर रहे थे, जिसे प्रधानमंत्री ने स्वीकार कर उत्तराखंड के प्रति अपने प्रेम को प्रदर्शित किया है। सांसद अनिल बलूनी ने बताया कि 187 करोड़ रुपये की पेयजल योजना को मंजूरी दे दी है। काम जल्दी से जल्दी शुरू हो इसके लिए सरकार ने पहली किस्त के रूप मे आठ करोड़ रुपये भी मंजूर कर दिए हैं। गौरतलब है कि इस योजना के बनने से मसूरी में अगले चालीस साल तक मसूरी में पीने के पानी की समस्या खत्म हो जाएगी और होटल कारोबारियों को भी पर्याप्त पानी मिलने से मसूरी में टैंकरों से पानी नहीं मांगना पड़ेगा।     
 

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