केदारनाथ और यमुनोत्री धाम में 31 मई तक पंजीकरण फुल, अब तक दो लाख से अधिक श्रद्धालु कर चुके दर्शन केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में तीर्थयात्रियों की बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने अब धामों की वहन क्षमता के अनुसार पंजीकरण की व्यवस्था की है।
केदारनाथ और यमुनोत्री धाम में दर्शन करने के लिए 31 मई तक वहन क्षमता के अनुसार पंजीकरण फुल हो चुके हैं, जबकि बदरीनाथ धाम में 20 मई और गंगोत्री धाम में 25 मई के बाद पंजीकरण उपलब्ध हैं। केदारनाथ धाम में अब तक दो लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।
केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में तीर्थयात्रियों की बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने अब धामों की वहन क्षमता के अनुसार पंजीकरण की व्यवस्था की है। बिना पंजीकरण के तीर्थयात्रियों को रोका जा रहा है। जिससे धामों में क्षमता से अधिक श्रद्धालु पहुंचने से अव्यवस्थाओं का सामना न करना पड़े।
सरकार ने केदारनाथ धाम के लिए 13 हजार, बदरीनाथ धाम के लिए 16 हजार, गंगोत्री के लिए आठ हजार और यमुनोत्री धाम के लिए पांच हजार प्रतिदिन संख्या तय की है।
अब धामों की वहन क्षमता के अनुसार ही यात्रियों का पंजीकरण किया जा रहा है। केदारनाथ और यमुनोत्री धाम में दर्शन करने के लिए इस माह तक पंजीकरण उपलब्ध नहीं है, जबकि बदरीनाथ धाम जाने के लिए 20 मई और गंगोत्री धाम में 25 मई के बाद पंजीकरण उपलब्ध है। बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति की रिपोर्ट के अनुसार सोमवार तक केदारनाथ में दो लाख और बदरीनाथ धाम में 1.60 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के वरिष्ठ शोध अधिकारी एसएस सामंत का कहना है कि सरकार की ओर से चारधामों के लिए वहन क्षमता के अनुसार प्रतिदिन दर्शन के लिए तीर्थयात्रियों की संख्या तय की गई है। इसके आधार पर तीर्थयात्रियों का पंजीकरण किया जा रहा है। केदारनाथ व यमुनोत्री धाम में इस माह तक वहन क्षमता के मुताबिक पंजीकरण पूरे हो चुके हैं।