देवीधुरा में आठ मिनट तक चले पाषाण युद्ध में 334 लोग हुए घायल

बग्वाल को देखने के लिए हजारों भक्त पहुंचे थे देवीधुरा
चम्पावत : मां बाराही के हजारों हजारों भक्तों के बीच देवीधुरा खोली खांड मैदान में रक्षाबंधन पर्व पर बग्वाल (पत्थर युद्ध) आठ मिनट चला। सोमवार अपराह्न 2.43 बजे शुरू हुआ बग्वाल 2.51 बजे समाप्त हो गया। इसमें लगभग 334 लोग घायल हुए हैं। सीएमओ एमएस बोरा के अनुसार सभी घायलों का इलाज किया गया है। किसी को गंभीर चोटें नहीं लगी हैं। मामूली मरहम पट्टी करके सभी घायल श्रद्धालु अपने घरो की तरफ निकल गए हैं। शुरुआत में फलों की बग्वाल के बाद पत्थरों से बग्वाल खेली गई। इसमें दोनों ओर से पथराव किया गया। इस मेले में शामिल भीमताल के विधायक कैड़ा भी घायल हुए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पौराणिक बाराही धाम में सुबह चार बजे से पूजा अर्चना शुरू हो गयी थी। वहीँ रक्षाबंधन पर चम्पावत जिले के देवीधुरा में पौराणिक बाराही धाम में होने वाले बग्वाल को देखने के लिए हजारों भक्त देवीधुरा पहुंचे थे। वहीँ परम्पराओं के अनुसार इस पत्थर मेले (बग्वाल) के लिए चार खामों और सात द्योकों के लोग दो हिस्सों में बंटकर पत्थर युद्ध करते हैं। इस बार बालिक खाम की ओर से बग्वाल खेलने उतरे भीमताल के विधायक रामसिंह कैड़ा भी घायल हो गए। उन्हें हाथ और पीठ में चोट लगी है। सीएमओ एमएस बोरा के अनुसार विधायक को सामान्य चोट लगी है।
उल्लेखनीय है कि साल 2013 से पत्थरों की जगह फलों ने ली है।लेकिन फिर भी परम्पराओं के निर्वहन के लिए कुछ समय के लिए पत्थर युद्ध किया जाता है। सोमवार सुबह से ही विभिन्न राज्यों से भक्तों का तांता मंदिर में एकत्र होने लगा था। सुबह साढ़े सात बजे से शुरू हुई मां डोले की पूजा नौ बजे सम्पन्न हुई। उसके बाद डोला नंद गृह में स्थापित कर दिया गया। इस पूजन में चार खाम के मुखिया मौजूद रहे। इनमें गहड़वाल खाम त्रिलोक सिंह बिष्ट, चम्याल खाम के गंगा सिंह चम्याल, लमगड़िया खाम के वीरेंद्र लमगड़िया और वालिक खाम के बद्री सिंह के साथ कमेटी के संरक्षक एलएस लमगड़िया भी मौजूद रहे।
आज की पूजा आचार्य कीर्ति बल्लभ जोशी द्वारा पूजा सम्पन्न कराई गयी। सोमवार सुबह शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय भी बग्वाल देखने देवीधुरा पहुंच गए थे। लोगों ने उनका स्वागत किया तो प्रदेश सरकार की ओर से शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने मेले में पहुंचे भक्तों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यहाँ के पौराणिक बग्वाल को राज्य स्तरीय मेला घोषित करने के लिए मुख्यमंत्री से वार्ता की जाएगी। इससे पूर्व पांडेय ने पूर्व सांसद और चंद शासकों के वंशज केसी सिंह बाबा का स्वागत भी किया।