Uttarakhand

मानसरोवर मार्ग पर मालपा में फटा बादल, 17 की मौत, सेना के पांच जवान सहित 11 लोग लापता

मालपा अपडेट ……

मालपा त्रासदी में 17 लोगों के मरने की जानकारी

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और मंत्री प्रकश पंत  पिथौरागढ़ के लिए रवाना 

मौसम की खराबी कारण सीएम  नहीं जा मालपा इलाके में 

पिथौरागढ़ : धारचूला, कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग पर मालपा में बादल फटने से 17 लोगो के शव  बरामद कर लिए गए हैं। गरबाधार में कई वाहन भी बह गए हैं , जबकि सेना के आठ  जवान सहित 11 लोग लापता हैं। मालपा नाले के उफान से मांगती और सिमखोला में मोटर पुल क्षतिग्रस्त हो गए तो वहीं कई होटल छतिग्रस्त हो गए साथ ही वाहन और घोड़े-खच्चर भी बह गए हैं।

वहीँ पिथौरागढ़ जिले में आई आपदा को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत का बयान एसडीआरएफ है मौके पर मौजूद  है और केंद्र सरकार से इस आपदा  बात भी हुई है वार्ता, जरूरत पड़ने पर प्रभावित इलाकों में भेजी जायेगी एनडीआरएफ की टीम
मुख्यमंत्री ने बताया कि विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए मौके पर एक सेना का  हेलीकाप्टर भेजा गया है।  वहीँ अधिकारियों को छुट्टी पर न जाने के दिए गए हैं वहीँ सरकार ने आदेश दिए हैं कि ऐसी परिस्थिति में  24 घण्टे फोन पर अधिकारी एक्टिव रहें। उन्होंने कहा अभी मालपा के बारे में स्थिति है साफ़ नहीं है और अभी  घायलों और मृतकों की भी पर्याप्त नही है ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार दो जवान और एक जेसीओ को मलबे से सकुशल निकाल लिया गया है। मालपा नाला उफान में आने से तीन होटल बह गए। साथ ही दर्जनों लोग घायल हैं। घायलों में दो पुलिस के जवान भी शामिल हैं। अब तक  छह लोगो के शव  बरामद कर लिए गए हैं, जबकि मलबे में दिखाई दे रहा एक शव निकाला नहीं जा सका। बादल फटने से आई बाढ़ ने मालपा क्षेत्र में तबाही मचा दी है। 

वहीं ऑल इंडिया रेडियो ने ट्विटर पर इस त्रासदी में 16 लोगों के मरने की जानकारी दी है। इसके साथ ही तीस लोगों के लापता होनी की खबर है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और मंत्री प्रकश पंत  पिथौरागढ़ के लिए रवाना हो चुके हैं। वहीं सेना के जवान भी मौके पर तैनात हैं। मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री मौसम की खराबी के कारण मालपा की तरफ नहीं जा पाए। 

बादल फटने की घटना रात्रि पौने तीन बजे की बताई जा रही  है। धारचूला से 8 किमी दूर ऐलागाड से हाइवे बंद है। मांगती और सिमखोला में मोटर पुल क्षतिग्रस्त हो गए। गरबाधार में सेना सहित अन्य वाहन बहने की सूचना है। साथ ही खच्चर भी बह गए हैं। काली नदी का जलस्तर बढ़ गया है। इससे नदी किनारे अलर्ट जारी कर दिया है। इस आपदा के बाद लापता हुए सेना के तीन जवान व तीन अन्य लोगों में से चार की मौत हो गई है, एक महिला काली नदी में बहते हुए नेपाल की तरफ चली गई है। बताया जा रहा है कि वह जिंदा है।

धारचूला के मांगती मालपा क्षेत्र में बादल फटने से मची तबाही में मांगती नाले के पास सेना के तीन ट्रक मय सामान के बह गए हैं। चार अन्य वाहन भी गायब है। कुमाऊ बटालियन का एक जवान लापता है। सेना के एक जेसीओ का शव मिल चुका है और एक सिविलियन महिला का शव भी मिला है। एक सिविलियन वृद्धा भी लापता बताई जा रही है।धारचूला के मांगती मालपा क्षेत्र में बादल फटने से मची तबाही में मांगती नाले के पास सेना के तीन ट्रक बह गए हैं। अब तक छह लोगों के शव नाले से निकाले गए हैं। शव सेना के जवानो के हैं या किसके पता नही चल सका है। 

अब तक छह लोगों के शव नाले से निकाले गए हैं। वही, एक शव मलबे में नजर आ रहा है। एक महिला काली नदी पार नेपाल में नजर आई। वह घायल बताई जा रही है। छंकंडे में 50 मीटर कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग बह गया है। यह क्षेत्र संचार विहीन है। इस कारण सूचनाएं भी प्रशासन को समय से नहीं मिल पा रही है। 

धारचूला तहसील से आगे पांगला से लेकर मालपा तक जगह-जगह भूस्खलन से भारी तबाही मची। यह मार्ग कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग है। तहसील मुख्यालय से एसडीएम के नेतृत्व में राजस्व दल और पुलिस मालपा को रवाना हो चुकी है।

अब मालपा नाले के दूसरी तरफ फिर से लोग बसने लगे और कुछ होटल भी खुल गए। कैलास मानसरोवर यात्रियों को दिन का भोजन यही पर कराया जाता है। भारत चीन व्यापार में जाने वाले और उच्च हिमालयी गावो के लोग धारचूला आने जाने के दौरान रात्रि विश्राम भी करते है। मालपा स्थान भारत नेपाल सीमा पर मालपा नाले के किनारे है। यहां से काली नदी मात्र 50 मीटर दूर पर बहती है। 

पिथौरागढ़ के धारचूला में भी देर शाम बादल फटने से ढुंगातोली गांव के कई घरों और खेतों में मलबा घुस गया। दहशतजदा 15 परिवारों ने गांव छोड़ दिया है। प्रशासन ने उन्हें सुरक्षित स्थान में शरण दी है। दूसरी ओर इसी जिले के मदकोट गांव में शनिवार रात बादल फटने से ध्वस्त हुए दो मकानों के मलबे से दो शव अभी तक नहीं निकाले जा सके। हादसे में तीन लोगों की मौत हुई है, जबकि तीन घायल हो गए। वहीं, कोटद्वार में बरसाती नदी के उफान में दो पुलिया बहने से तीन गांव अलग-थलग पड़ गए हैं। कोटद्वार में एक सप्ताह में तीसरी बार बादल फटने से ग्रामीणों में घबराए हुए है। 

चमोली में हुए दो हादसे, महिला पहाड़ी से गिरी तो बुजुर्ग बहा 

वहीँ चमोली में दो हादसे हुए हैं। पहाड़ी से गिरकर जहां महिला की मौत हो गई है। वहीं एक बुजुर्ग नदी में बह गया है। बुजुर्ग की तलाश में एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है।
जानकारी के अनुसार चमोली जिले के ग्राम गुलाटी गांव की एक महिला घास लेने जंगल गई थी। चट्टान से रपटने के कारण महिला सीधे खाई में गिरी। मौके पर ही महिला की मौत हो गई। महिला की पहचान उषा देवी (26 वर्ष ) पुत्री हिम्मत सिंह के रूप में हुई है।

वहीं दूसरी घटना ग्राम नंदप्रयाग के गंडासू की है । यहां गदेरे में बुजुर्ग के बहने की सूचना है। बुजुर्ग दयाराम पुत्र मुकुन्द राम मोलागाड़ गदेरे की ओर जा रहे थे। बुजुर्ग को तलाशने में एसडीआरएफ की टीम लर्गी हुई।

नैनीसैनी हेलीपैड पर मुख्यमंत्री ने क्या कहा देखिए …….

https://youtu.be/VoPixKAs0b8

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