- जिला प्रशासन के माध्यम से प्रधानमंत्री को भेजा ज्ञापन
देहरादून । महानगर महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा रसोई गैस और पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में की गई बेतहाशा बढ़ोत्तरी के विरोध में जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन किया गया। कार्यकर्ताओं ने इस संबंध में जिला प्रशासन के माध्यम से प्रधानमंत्री को एक ज्ञापन भी भेजा।
महानगर महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना थ कि केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोलियम पदार्थों एवं रसोई गैस के दामों में प्रत्येक माह की जा रही वृद्धि के कारण विगत दो माह में रसोई गैस और पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों मे भारी वृद्धि हुई है जिससे गरीब उपभोक्ता पर मंहगाई का बोझ बढ़ा है। केन्द्र सरकार का यह कदम जहां एक ओर मंहगाई को बढ़ाने वाला है वहीं दूसरी ओर रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि सीधे-सीधे औद्योगिक घरानों को लाभ पहुंचाने वाला है। अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में विगत तीन वर्षों में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में भारी गिरावट होने के बावजूद केन्द्र सरकार ने इस दौरान रसोई गैस के सिलेण्डर तथा पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत बढ़ाकर गरीब और अल्प आय वर्ग के परिवारों के बच्चों के पेट पर चोट करने का काम किया है।
आश्चर्यजनक बात तो यह है कि रसोई गैस, पेट्रोल, डीजल एवं केरोसिन ऑयल के दाम में विगत तीन साल में केन्द्र सरकार द्वारा दोगुने से अधिक की वृद्धि करने पर लोग मौन हैं। पेट्रोलियम पदार्थों व रसोई गैस की कीमतों में भारी वृद्धि से निजी औद्योगिक घरानों को होने वाले लाभांश का फायदा करोड़ों नहीं बल्कि अरबों रूपये प्रतिमाह मे होगा जिसकी बोझ गरीब आदमी की रसोई और जेब पर पड़ रहा है। महिला कार्यकर्ताओ ंने कहा कि विगत छः माह पूर्व देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जिस तरह से धनबल का प्रयोग किया वह इन प्रदेशों की जनता के साथ-साथ पूरे देश की जनता के लिए हतप्रभ करने वाला था। चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के इस धन के प्रवाह का स्रोत प्रतीत होता है कि वह तेल कम्पनियां व औद्योगिक घराने हैं जिनके द्वारा भारतीय जनता पार्टी को पांच राज्यों के चुनावों के लिए नकद धनराशि के रूप में कई हजार करोड़ रूपये का चंदा प्राप्त हुआ है।
उन्होंने कहा कि स्वयं आपने एवं आपकी पार्टी के नेताओं द्वारा लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान देश की जनता से पेट्रोलियम पदार्था के दाम कम करने के साथ-साथ मंहगाई पर नियंत्रण करते हुये आम आदमी को राहत देने का वायदा किया था। परन्तु आज आम जरूरत की चीजें सस्ती होने की बजाय और मंहगी हो गयी है। वित्तीय वर्ष में आवश्यकता की वस्तुओं के दामों में एक बार के बजाय कई-कई बार वृद्धि करके केन्द्र सरकार आम आदमी की जेब पर डाका डालने तथा अपने मित्र औद्योगिक घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध दिखाई दे रही है। इसके अलावा जहां एक ओर घरेलू उपयोग की चीजों के थोक भाव में कमी हो रही है वहीं दूसरी ओर केन्द्र सरकार के संरक्षण में आवश्यक वस्तुओं के खुदरा मूल्यों में भारी बढ़ोत्तरी के कारण आम आदमी मुख्य रूप से गरीब तबके के लोगों को मंहगाई की मार झेलनी पड़ रही है।
महानगर महिला कार्यकर्ताओ ंने प्रधानमंत्री से मांग की कि पेट्रोलियम पदार्थों एवं रसोई गैस की कीमतों में की गई वृद्धि को तत्काल वापस लिया जाय अन्यथा कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतर कर आन्दोलन को मजबूर होंगे।
ज्ञापन देने वालों में महानगर महिला कांग्रेस अध्यक्ष कमलेश रमन, प्रदेश प्रवक्ता चन्द्रकला नेगी, प्रवक्ता पुष्पा पंवार, सचिव अनुराधा तिवारी, बिमला मन्हास, मंजू चौधरी, सुशीला शर्मा, उषा देवी, कविता माहू, दीपा चौहान, संगीता रावत, मधु देवी, उशा उबेराय, सुनीता रावत, देविका रानी, सरला, वन्दना शर्मा, शोभा जोशी, सुकृति वर्मा, सुषीला देसाई, सरला देवी, जयावती, मुकुन्दी पूर्णिमा, संध्या थापा, उशा देवी, विमला देवी, बबली देवी, अनिता दास, विमलेश, सुषीला देवी प्रधान, गायत्री देवी, मोनिका, कृष्णा चौहान, कमलेश भल्ला, सुनीता भट्ट, प्रीति, आशा पयाल, रूबिना चौधरी, बीना दुबे, मधु गुप्ता, प्रभा, निर्मला देवी, उर्मिला गुप्ता, गीता गोयल, भागेश्वरी, सुपाली चौधरी, संतोष देवी आदि प्रमुख थे।