DEHRADUNUttarakhand

उत्तराखंड – बिग ब्रेकिंग: SSP ने ड्यूटी पर गैरहाजिर पुलिसकर्मियों का रोका वेतन

उत्तराखंड : ड्यूटी पर गैरहाजिर पुलिसकर्मियों के खिलाफ एसएसपी हरिद्वार ने सख्त एक्शन लिया है 23 पुलिस कर्मियों के वेतन रोकने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

कांवड़ मेले की सकुशल समाप्ति पश्चात जब कल दिनांक 18-07-23 को अचानक एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह द्वारा ऑफिस का रुख करते हुए जब पुलिस कार्यालय की शाखाओं का औचक निरीक्षण किया गया तो उनमें कार्यालय की विभिन्न शाखाओं में कार्यरत 25 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए।

जिस पर कड़ा रुख लेते हुए “काम नहीं तो दाम नहीं” के आधार पर 25 कर्मचारियों को नोटिस जारी करते हुए 1 दिन की वेतन कटौती जबकि “अग्रिम आदेश तक” 23 कर्मचारियों के वेतन रोकने के आदेश जारी किए गए हैं।

एसएसपी अजय सिंह की इस कार्रवाई से जहां पूरे कार्यालय के पुलिस कर्मचारियों में हड़कंप मच गया तो वहीं अब नोटिस कैंसिल करवाने को कर्मचारी इधर-उधर भागते नजर आए।

इन पुलिस कर्मियों का रोका वेतन

1- कांस्टेबल सुनील ध्यानी- आंकिक शाखा
2- कॉन्स्टेबल विनय उनियाल- आंकिक शाखा
3- महिला कॉन्स्टेबल नानकी- आंकिक शाखा
4- महिला कॉन्स्टेबल कल्पना पांडे- आंकिक शाखा
5- कॉन्स्टेबल प्रवीण खत्री- बीट/समन सेल/ सीएम हेल्पलाइन
6- महिला कॉन्स्टेबल पुष्पा रावत- बीट/समन सेल/ सीएम हेल्पलाइन
7- महिला कॉन्स्टेबल रीना उपाध्याय- सीओ ज्वालापुर ऑफिस
8- कॉन्स्टेबल पंकज कुमार- सीओ ज्वालापुर ऑफिस
9- महिला कॉन्स्टेबल पूनम- सीओ ज्वालापुर ऑफिस
10- महिला कॉन्स्टेबल मनजीत- सीओ सदर ऑफिस
11- महिला कॉन्स्टेबल पूनम चौहान- शिकायत प्रकोष्ठ
12- महिला कॉन्स्टेबल नीलम- शिकायत प्रकोष्ठ
13- कॉन्स्टेबल राजपाल- डीसीआरबी
14- कॉन्स्टेबल प्रदीप भट्ट- प्रधान लिपिक शाखा
15- महिला कॉन्स्टेबल ममता- प्रधान लिपिक शाखा
16- कॉन्स्टेबल मनोज कापड़ी- प्रधान लिपिक शाखा
17- महिला कॉन्स्टेबल मंजू जोशी- प्रधान लिपिक शाखा
18- महिला कॉन्स्टेबल नीलम जोशी- एसपी क्राइम ऑफिस
19- कॉन्स्टेबल निर्देश -एसपी क्राइम ऑफिस
20- महिला कॉन्स्टेबल नेहा डुकलान- एसपी क्राइम ऑफिस
21- हेड कांस्टेबल नीरज -सीओ ऑफिस
22- इंस्पेक्टर दिनेश कोहली- एसआईएस शाखा
23- उप निरीक्षक रणजीत खनाडा एसआईएस शाखा
24- उप निरीक्षक अजय शाह- एसआईएस शाखा
25- हेड कांस्टेबल बचन सिंह एसआईएस शाखा

Dev Bhoomi Media

तीन दशक तक विभिन्न संस्थानों में पत्रकारिता के बाद मई, 2012 में ''देवभूमि मीडिया'' के अस्तित्व में आने की मुख्य वजह पत्रकारिता को बचाए रखना है .जो पाठक पत्रकारिता बचाए रखना चाहते हैं, सच तक पहुंचना चाहते हैं, चाहते हैं कि खबर को साफगोई से पेश किया जाए न कि किसी के फायदे को देखकर तो वे इसके लिए सामने आएं और ऐसे संस्थानों को चलाने में मदद करें। एक संस्थान के रूप में ‘ देवभूमि मीडिया’ जनहित और लोकतांत्रिक मूल्यों के अनुसार चलने के लिए प्रतिबद्ध है। खबरों के विश्लेषण और उन पर टिप्पणी देने के अलावा हमारा उद्देश्य रिपोर्टिंग के पारंपरिक स्वरूप को बचाए रखने का भी है। जैसे-जैसे हमारे संसाधन बढ़ेंगे, हम ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने की कोशिश करेंगे। हमारी पाठकों से बस इतनी गुजारिश है कि हमें पढ़ें, शेयर करें, इसके अलावा इसे और बेहतर करने के सुझाव अवश्य दें। आप अपना सुझाव हमें हमारे ई-मेल devbhumi.media@gmail.com अथवा हमारे WhatsApp नंबर +919719175755 पर भेज सकते हैं। हम आपके आभारी रहेंगे

Related Articles

Back to top button
Translate »