त्रिवेन्द्र ने सूबे की बेलगाम नौकरशाही पर चलाये तीर
नौकरशाही और माफियाओं के गठजोड़ को सरकार करेगी चिन्हित
मुख्यमंत्री ने सूबे की अव्यवस्थाओं पर जमकर की चोट, कार्यवाही के भी दिये संकेत
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून । उत्तराखण्ड के नौवें मुख्यमंत्री बने त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज जिस लहजे में सीएम बनने के उपरांत पहली बार सूबे की अफसर शाही को पूरी तरह से सुधरने की चेतावनी दी है उससे नौकरशाह में खलबली मच गयी है। रावत ने मीडिया के जरिये अपना कड़ा पैगाम शासन में बैठे अफसरों तक पहुंचाकर एक तीर से दो निशाने साधे हैं। एक तीर जहां बेलगाम अफसरों की तरफ छोड़ा है तो वहीं त्रिवेन्द्र सरकार ने दूसरा तीर उन छोटे एवं बड़े अधिकारियों पर छोड़ा है जो कि अपने कार्य के प्रति लापरवाह रहते हैं।
पूर्व की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में लापरवाह बनी अफसरानों की कार्यशैली को मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लेते हुए उसे तत्काल ही सुधारने का बड़ा निर्णय लिया है, ताकि विकास में बाधा उत्पन्न न हो। इसी के साथ जनता को भी विभिन्न केन्द्र व राज्य की संचालित योजनाओं का लाभ मिल सके। ज्ञात हो कि पूर्व की सरकारों द्वारा समय-समय पर की जाती रहीं विभिन्न घोषणाओं के क्रियान्वित न होने को लेकर सरकारों की नौकरशाही के साथ अक्सर भिड़न्त होती रहती थी। घोषणाओं वाली कई फाईलों को शासन में दबाकर रखने से इन पूर्व की सरकारों की खासी किरकिरी भी होती रही है।
सीएम ने आज प्रदेश की नौकरशाही के साथ माफियाओं के गठजोड़ होने के एक सवाल के जवाब में अपना रूख कड़ा करते हुए कहा कि इस गठजोड़ को उनकी सरकार चिन्हित करेगी और उस पर आवश्यक कदम उठाएगी। राज्य की अव्यवस्थाओं पर भी त्रिवेन्द्र ने जमकर चोट की और कहा कि सूबे में अब किसी भी प्रकार की अव्यवस्था बर्दाश्त नहीं की जाएगी।