Uttarakhand

इंडस्ट्री की जरूरतों के अनुसार छात्रों को हुनर विकसित करना होगा : विजय धस्माना

  • युवाओं से संवाद कार्यक्रम

जॉली ग्रांट (स्वामीराम नगर) : समय के साथ इंडस्ट्री की आवश्यकताओं में भी बदलाव आया है। छात्रों को इंडस्ट्री की जरूरतों के अनुसार हुनर विकसित करना होगा। उन्होंने कहा कि हमारा राज्य उत्तराखंड पहाड़ी राज्य है। इसमें अपार संभावनाएं हैं। जरूरत है तो बस उन संभावनाओं को निखारने की। यह बात एसआरएचयू के कुलपति व कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. विजय धस्माना ने स्वामी राम हिमालयन यूनिवर्सिटी के हिमालयन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में आयोजित मंथन 2017 में उद्योग जगत, शिक्षण संस्थान, बैकिंग सेक्टर से आए विशेषज्ञों ने युवाओं से संवाद कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित करते हुए कही।

उन्होंने कहा  लगातार संवाद स्थापित कर उद्योग व शिक्षा के बीच की दूरी को कम किया। वक्ताओं ने उत्तराखंड में उद्योग जगत की अपार संभावनाओं के बारे में भी छात्र -छात्राओं  को बताया। वहीँ उन्होंने टिहरी  स्थित झील का उदाहरण देते हुए बताया कि उस जगह को पर्यटन के रूप में विकसित कर आस-पास के लोगों को रोजगार दिया जा सकता है।

वहीँ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए  हिमालयन ड्रग्स कंपनी के निदेशक डॉ. सैयद फारुख ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा युवा आबादी है, बस जरूरत है तो हमें मैनेजमेंट पर ध्यान देने की। एक्सिस बैंक से वरुण जेठी ने कहा कि आज के समय में कंपनियां एसे युवाओं को जॉब में रखना चाहती हैं, जिनको नॉलेज के साथ काम सीखने की चाह भी हो। उत्तराखंड जल विद्युत निगम के निदेशक अविनाश जोशी ने छात्रों की ओर से पूछे जाने वाले सवालों के जवाब दिए।

यूपीईएस से डॉ. दयानंद पांडे ने कहा कि प्रोफेसरों को इंडस्ट्री के जरूरतों के मुताबिक छात्रों में स्किल्स विकसित करना चाहिए। एचएसएमएस के डीन एसपी थपलियाल ने मंथन 2017 में आए सभी विशेषज्ञों का आभार जताया। इस अवसर पर मैनेजमेंट के प्रिंसिपल डॉ. एसआर शर्मा, प्रो. मोहित भटनागर, डॉ. गीता, डॉ. श्वेता शेट्टी, रविंद्र शर्मा, डॉ. सोनम, उपेंद्र सक्सेना व डॉ. एसए जुयाल, बीबीए, बीकॉम व एमबीए के छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

devbhoomimedia

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : देवभूमि मीडिया.कॉम हर पक्ष के विचारों और नज़रिए को अपने यहां समाहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह जरूरी नहीं है कि हम यहां प्रकाशित सभी विचारों से सहमत हों। लेकिन हम सबकी अभिव्यक्ति की आज़ादी के अधिकार का समर्थन करते हैं। ऐसे स्वतंत्र लेखक,ब्लॉगर और स्तंभकार जो देवभूमि मीडिया.कॉम के कर्मचारी नहीं हैं, उनके लेख, सूचनाएं या उनके द्वारा व्यक्त किया गया विचार उनका निजी है, यह देवभूमि मीडिया.कॉम का नज़रिया नहीं है और नहीं कहा जा सकता है। ऐसी किसी चीज की जवाबदेही या उत्तरदायित्व देवभूमि मीडिया.कॉम का नहीं होगा। धन्यवाद !

Related Articles

Back to top button
Translate »