- 18 अगस्त को बयान लेने देहरादून आ सकती है एसआईटी!
- फैक्स मिलते ही भेजा दिया गया आईएएस अफसरों को दूसरा नोटिस!
- देश के एक बड़े वकील के संपर्क में चर्चित दोनों अधिकारी
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
DEHRADUN । एनएच 74 मुआवजा घोटाले में चर्चा में आये दोनों आईएएस अधिकारियों ने एसआईटी से पूछे गए सवालों का जवाब दे दिया है वहीँ सूत्रों के अनुसार एसआईटी ने आईएएस अफसरों के फैक्स के जवाब में दूसरा नोटिस जारी कर दिया है, लेकिन आईएएस अफसरों ने इस नोटिस का जवाब अभी तक नहीं दिया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दोनों आईएएस अधिकारियों ने देश एक बड़े वकील से परामर्श भी लिया है। बीते दिन अपर मुख्य सचिव कार्मिक राधा रतूड़ी को सौपे गए जवाब भी इन्ही नामी अधिवक्ता से तैयार करवाया गया था।
वहीँ सूत्रों ने जानकारी दी है कि दोनों अधिकारी नैनीताल उच्च न्यायालय से गिरफ्तारी के खिलाफ स्टे भी ले सकते हैं। इसके लिए दोनों अधिकारियों की नामी वकील से डील भी हो चुकी है। ऐसे में एसआईटी ने आईएएस अफसरों पर शिकंजा कस दिया है। एसआईटी अब अफसरों का बयान लेने के लिए खुद ही देहरादून जाएगी। इतना नहीं बयान लेने के दौरान अफसरों द्वारा कही गई सारी बातों को वीडियो कैमरे में रिकार्ड किया जाएगा। दोनों आईएएस अफसरों से पूछताछ के बाद एसआईटी अपनी रिपोर्ट फिर शासन को भेजेगी। उसके बाद ही यह तय किया जाएगा कि अफसरों पर विभागीय कार्रवाई होगी या फिर दोनों के खिलाफ आपराधिक मामला चलेगा।
दोनों आईएएस अफसरों ने एसआईटी के नोटिस के जवाब में बयान दर्ज कराने के लिए 18 अगस्त तक का समय मांगा था। जिस पर एसआईटी ने दोनों आईएएस अफसरों को बयान देने के लिए दूसरा नोटिस भेज दिया था, लेकिन दूसरा नोटिस जारी होने के बाद भी आईएएस अफसरों ने जवाब नहीं दिया। जिसके बाद अब एसआईटी एक्शन के मूड में आ गई है। सूत्र बताते हैं कि दोनों आईएएस अफसरों से लंबी पूछताछ की जानी है। अफसरों के बयान के बाद एसआईटी शासन को फिर से अपनी रिपोर्ट भेजेगी। जो डीओपीटी को भेजी जाएगी।इसके बाद एक बार फिर गेंद शासन के पाले में जाएगी, क्योंकि एसआईटी की जांच रिपोर्ट पर शासन को यह तय करना होगा कि दोनों आईएएस अफसरों के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति दी जाए अथवा उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाए।
फिलहाल एसआईटी की जांच की दिशा यही प्रतीत हो रहा है कि अफसरों पर आपराधिक मुकदमा चल सकता है। इसके पीछे एसआईटी का तर्क है कि जब मामले में फंसे पीसीएस अफसरों पर आपराधिक मुकदमा चल रहा है तो भ्रष्टाचार का कार्य करने वाले आईएएस अफसरों को कैसे बचाया जा सकता है। फिलहाल, इन सबके इतर सूत्र बता रहे हैं कि अब एसआईटी ने खुद ही देहरादून जा कर दोनों आईएएस अफसरों से पूछताछ करने का मन बना लिया है। सूत्रों के मुताबिक एसआईटी 18 अगस्त को देहरादून के लिए रवाना हो सकती है। अगर ऐसा हुआ तो एसआईटी तमाम तामझाम के साथ जाएगी और अफसरों से कैमरे की निगहबानी में पूछताछ की जाएगी।
वहीँ एनएच -74 मुआवजा घोटाले में चर्चा में आये दोनों आईएएस अधिकारियों चंद्रेश यादव और पंकज पांडे ने बीते दिन अपर मुख्य सचिव (कामििक) श्रीमती राधा रतूड़ी से भेंट कर अपना एसआईटी द्वारा पहले पूछे गए सवालों के जवाब सौंप दिए हैं । सूत्रों के अनुसार दोनों अधिकारियों ने अपने जवाब के साथ कई दस्तावेज भी प्रमाण के रूप में लगाए हैं अब एसआईटी इस जवाब और साथ लगाए गए दस्तावेजों को क्रॉस चेक करेगी। वहीँ अब इन दोनों अधिकारीयों को अब एसआईटी द्वारा जारी दूसरी प्रश्नावली का भी जवाब देना होगा।