गणतंत्र दिवस पर उत्तराखंड के दून के सुमित ममगाईं को मिलेगा वीरता पुरस्कार
देहरादून। गणतंत्र दिवस पर इस बार दून के सुमित ममगाईं को वीरता पुरस्कार दिया जाएगा। इस बार प्रदेश से तीन बच्चों का नाम भेजा गया। जिनमें सिर्फ सुमित का नाम शामिल किया गया है। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले इस वीर बालक ने पिछले वर्ष अपने चचेरे भाई को तेंदुए के जबड़े से छुड़ाकर दिलेरी का परिचय दिया था। बता दें कि अब तक उत्तराखंड के नौ बच्चों को गणतंत्र दिवस के दिन यह पुरस्कार मिल चुका है।
राज्य बाल कल्याण परिषद के अनुसार आठ नवंबर 2015 की है। सुमित ममगाईं अपने चचेरे भाई रितेश के साथ गांव के पास पशुओं के लिए घास लेने जा रहा था। इसी दौरान अचानक आ धमके तेंदुए ने रितेश को झपटा मारकर गिरा दिया। इस पर सुमित ने हिम्मत दिखाई और तेंदुए की पूंछ खींचकर उस पर पाठल से वार किया। साथ ही गुलदार पर पत्थर फेंके। इस प्रकार उसने भाई को तेंदुए से बचाया।
उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद ने राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार-2016 के लिए राज्य से तीन बहादुर बच्चों सुमित ममगाईं (देहरादून), बबीता जलाल (अल्मोड़ा) व कनिका गुप्ता (ऊधमसिंहनगर) के नामों की संस्तुति की थी। भारतीय बाल कल्याण परिषद ने उत्तराखंड से इस पुरस्कार के लिए सुमित के नाम पर मुहर लगाई।
राज्य बाल कल्याण परिषद के संयुक्त सचिव कमलेश्वर प्रसाद भट्ट ने इसकी पुष्टि की। देहरादून जिले के रायपुर विकासखंड के ग्राम फुलेथ निवासी सुरेश दत्त ममगाईं का 16 वर्षीय पुत्र सुमित वर्तमान में इंटर कॉलेज भगद्वारीखाल में 11वीं का छात्र है।
भट्ट ने बताया कि गणतंत्र दिवस से 15 दिन पहले सुमित दिल्ली रवाना होगा। वहां उसे देश के अन्य बहादुर बच्चों के साथ राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत अन्य हस्तियों से मिलने का अवसर मिलेगा।