CRIME

प्रिया शर्मा ने उगले कई बड़े नेता और पांच बिल्डरों के नाम

  • बिल्डर प्रिया शर्मा से एक बार फिर हुई पूछताछ
  • कई सफेदपोश नेता और बिल्डर अब एसआईटी के रडार पर !
रुद्रपुर । एनएच 74 पर प्रस्तावित टोल प्लाजा शिफ्टिंग मामले में आरोपित एलायड इंफ्रा एण्ड अदर्स के एमडी प्रिया शर्मा को एसआईटी ने फिर पूछताछ के लिए रिमाण्ड पर लिया है। सूत्र बताते है कि प्रिया शर्मा ने पूछताछ में कई बड़े नेता और पांच बिल्डरों के नाम उगले है। वहीँ पूर्व एसएलओ डीपी सिंह भी इस घोटाले में सरकार के मंत्री सहित कई आईएएस  पर भी उंगुली उठा चुके है। 
मंगलवार को किच्छा पुलिस प्रिया शर्मा को हल्द्वानी जेल से लाई। जहाँ उनका मेडिकल परीक्षण कराने की औपचारिकता के बाद उन्हें एसएसपी दफ्तर में बने एसआईटी दफ्तर लाया गया, जहां एसआईटीउनसे पूछताछ शुरू कर दी गई है। भूमि खरीद फरोख्त घोटाले के मामले में एसआईटी निरीक्षक नंदा बल्लभ भट्ट ने प्रिया शर्मा पूर्व भूमि अध्यापित अधिकारी डीपी सिंह और सुधीर चावला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। प्रिया की गिरफ्तारी के बाद मनीट्रेल मामले में भी एसआईटी रिमांड पर लेकर पूछताछ कर चुकी है। वहीं एनएच मुआवजा घोटाले के मामले में पूर्व एसडीएम  तीरथ पाल सिंह से भी कल एसआईटी ने सघन पूछताछ की।
एसआईटी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रिया शर्मा ने अधिसूचना जारी होने के बाद किसानों से खरीदने को इकरारनामा किया तथा कूटरचित दस्तावेजों के जरिए तत्कालीन एसएलएओ दिनेश प्रताप सिंह से सांठगांठ करके करोड़ों रुपये का मुआवजा लेने का प्रयास किया। यह भी आरोप लगाया गया कि प्रिया शर्मा ने अधिक मुआवजा हासिल करने के उद्देश्य से कृषि की जमीन को अकृषि कराया। आरोप है कि 16 दिसंबर 2016 को सतनाम सिंह, कुलवंत सिंह, नरेंद्र कौर, बाबू सिंह एवं ज्ञान कौर के फर्जी हस्ताक्षर कूटरचित प्रार्थनापत्र एसएलएओ दफ्तर में लिया गया। तत्कालीन एसएलएओ डीपी सिंह ने अपने कार्यालय से राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को उक्त भूमि का मुआवजा छह हजार रुपये प्रति वर्गमीटर की दर से भुगतान करने को पत्राचार किया। इस मामले में उक्त लोग पुलिस को यह बयान दे चुके हैं कि पत्र पर उनके हस्ताक्षर नहीं हैं। अब प्रिया शर्मा यह बताएंगी कि उन्होंने आवेदन पर किसके हस्ताक्षर कराए थे। हालांकि प्रिया शर्मा ने इससे अपना पल्ला झाडऩे की कोशिश की है, लेकिन सवाल यह है कि यदि हस्ताक्षर किसानों के नहीं थे तो किसने किए और इसका लाभ किसे होने वाला था।
इस दौरान एसआईटी ने तीरथ पाल से 115 से अधिक सवाल पूछे जिसमें कई सवालों में वह उलझ गये। वहीं आवास विकास निवासी सौरभ नारंग ने भी पाम ग्रीन कालोनी में 12लाख का प्लाट खरीदा था। उस समय प्रिया शर्मा ग्रीन कालोनी की प्रोजेक्ट मैनेजर थीं। सौरभ को बेचा गया प्लाट किसी अन्य को जब बेच दिया गया तो पुलिस ने प्रिया शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। वहीं गत दिवस पाम ग्रीन के बिल्डर मोहन पाल से भी पुलिस ने पूछताछ की। आज पुनः एसआईटी प्रिया शर्मा से पूछताछ में जुट गयी है। आज पूछताछ रूद्रपुर के सफेदपोश नेता और पांच बिल्डरों के नाम उगले हैं। आज की पूछताछ के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि कई सफेदपोश नेता अब प्रिया शर्मा से पूछताछ के बाद एसआईटी के रडार पर आ जायेंगे।

devbhoomimedia

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