मौसम आया रेस्क्यू में आड़े आपदाग्रस्त गांव से नहीं हो पाया आज रेस्क्यू
शुक्रवार प्रातः एक बार फिर सेना का हेलीकाप्टर भरेगा बलावट की उड़ान
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
उत्तरकाशी । मुख्यमंत्री के आदेशों के बाद जिला प्रशासन की संवेदनशीलता के बाद भी उत्तरकाशी जिले के चिवां गांव में एक गर्भवती की तबीयत बिगड़ने की खबर पर मुख्यमंत्री ने तुरंत गर्भवती महिला को हेलीकाप्टर से रेस्क्यू कर देहरादून या उत्तरकाशी शिफ्ट करने के आदेश दिए लेकिन मौसम की खराबी के चलती गुरुवार को महिला का सेक्यू नहीं हो पाया अब शुक्रवार प्रातः एक बार फिर सेना का हेलीकाप्टर रेस्क्यू करने का प्रयास किया जायेगा।
गौरतलब हो कि बीती रविवार को उत्तरकाशी जिले के मोरी, आराकोट और अन्य दूरस्थ इलाकों में आपदा ने भारी तबाही क्या मचाई कि इलाके तक पहुँचने वाले सभी मोटर व पैदल मार्ग बुरी तरह या तो क्षतिग्रस्त हो गए या बह गए हैं। उत्तरकाशी से लगभग सवा दो सौ किलोमीटर दूर स्थित चिवां गांव में भी पांच दिन पूर्व आपदा ने तबाही मचाई थी और यहीं की एक महिला के प्रसव की तारीख नज़दीक होने की जानकारी जब मुख्यमंत्री के प्रभावित इलाकों के दौरे के दौरान लोगों ने मुख्यमंत्री को दी तो मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए जिला प्रशासन को तुरंत उस महिला को किसी भी तरह नजदीकी अस्पताल तक पहुंचाने के निर्देश दिये थे। इतने में बीती रात महिला की तबियत बिगड़ने पर महिला के परिजनों ने जिला प्रशासन को जानकारी दी जिसके बाद प्रशासन ने गर्भवती को तुरंत एयरलिफ्ट करने की योजना बनाई।
सूचना पर मोरी से वायु सेना के हेलीकॉप्टर ने उसे लाने के लिए चिवां गांव की तरफ उड़ान भरी, लेकिन लैंडिंग की समस्या के चलते यह संभव नहीं हो पाया। इसके बाद यह किया गया कि महिला को कुछ दूरी पर स्थित दूसरे गांव बलावट पहुंचाया जाय जहाँ से उसे एयर लिफ्ट किया जाएगा। यहां हेलीकॉप्टर लैंडिंग संभावना को देखते हुए यह योजना बनाई गयी। इसके बाद वहां तैनात एसडीआरएफ की टीम ने महिला को बलावट स्थित राहत शिविर तक पहुंचाया, लेकिन गुरुवार दोपहर बाद भी मौसम की खराबी की वजह से मोरी से हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाया। वहीं प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार बलावट गांव में महिला के रिश्तेदारों के घर पर फिलहाल गर्भवती महिला को ठहराया गया है। शुक्रवार सुबह उसे एयर लिफ्ट करने के लिए फिर से प्रयास किया जाएगा।