अब प्रत्येक आर्मी हेडक्वार्टर पर लगायी जाएगी शिकायत पेटिका
सेना प्रमुख रावत जवानों के वीडियो पर बोले …
नयी दिल्ली : अर्धसैनिक बल के जवान और सेना के जवान द्वारा विडियो जारी करके खाने की गुणवत्ता और उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद सेना प्रमुख बिपिन चंद्र रावत ने इस मुद्दे को संज्ञान में लिया है। उन्होंने कहा है कि जवानों को सोशल साइट्स पर वीडियो नहीं जारी करना चाहिए। उन्हें मुझसे सीधे बात करनी चाहिए।
नए आर्मी चीफ बिपिन चंद्र रावत ने सेना प्रमुख बनने के बाद शुक्रवार को अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उन्होंने असंतुष्ट जवानों के विडियो, पाकिस्तान की ओर से सीजफायर उल्लंघन, ईस्टर्न आर्मी कमांड के प्रमुख के साथ मतभेद समेत विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की। उन्होंने कहा कि असंतुष्ट जवानों की अपनी फरियाद लेकर सोशल मीडिया पर जाने की जरूरत नहीं है। उनकी समस्याएं सुनने के लिए बेहतर व्यवस्था बनाई जाएगी। सेना प्रमुख ने कहा कि सेना के जवानों से मिल रही शिकायतों के बाद अब हर आर्मी हेडक्वार्टर पर शिकायत पेटी लगाई जाएगी। इसमें जवान अपनी शिकायत अधिकारियों तक पहुंचा सकते हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि इस पेटी को वह खुद खोलेंगे।
बताते चलें कि पिछले कई दिनों से सेना के जवान और अर्धसैनिक बल के जवान ने वीडियो जार करके अपनी तकलीफों को बयान किया था। यह सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ। इसमें इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दखल की मांग की। बताते चलें कि बीएसएफ के जवान तेज बहादुर यादव का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें उन्होंने जवानों को घटिया खाने देने का आरोप लगाया था। वहीं, यह भी आरोप लगाय था कि अधिकारी उनके राशन को बेच देते हैं।
वहीँ इसके बाद देहरादून के 42 इन्फेन्ट्री ब्रिगेड में तैनात लांस नायक यज्ञ प्रताप सिंह ने भी विडियो जारी करते हुए कहा कि उन्होंने जून में पीएम, रक्षा मंत्री, राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट को लिखा था। उनकी ब्रिगेड को पीएमओ की ओर से निर्देश दिए गए कि आरोपों की जांच की जाए।
फिर हो सकते हैं सर्जिकल स्ट्राइक
पड़ोसी मुल्क की ओर से कई बार सीजफायर उल्लंघन के मामले पर आर्मी चीफ ने कहा, ‘हाल के दिनों में सीजफायर उल्लंघन के मामलों में कमी आई है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो सर्जिकल स्ट्राइक जैसे कदम उठा सकते हैं।’ रास्ता भटककर एलओसी के दूसरी ओर पहुंचे भारतीय जवान की रिहाई पर आर्मी चीफ ने कहा कि पाकिस्तान ने कहा है कि जवान उनके पास है। आर्मी चीफ के मुताबिक, जवान को वापस लाने की एक प्रक्रिया होती है और उसका पालन किया जाएगा। आर्मी चीफ ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के प्रॉक्सी वॉर की वजह से भारत के सामाजिक तानेबाने को नुकसान पहुंच रहा है।
जवान के विडियो पर बोले-हल निकलेगा
सेना के एक जवान ने विडियो जारी करके सीनियर अफसरों द्वारा उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। इस बारे में उन्होंने कहा, ‘मैं आपके माध्यम से कहना चाहूंगा कि जिसकी भी जो समस्या हो वह आंतरिक रूप से इसकी शिकायत करे। किसी भी रैंक या सर्विस का हो, अपनी शिकायत सीधे लिखें। सैनिक अपने नाम के साथ शिकायत करें, हम उनकी पहचान को जाहिर नहीं करेंगे। ट्रूप्स को सीनियरों पर भरोसा रखना चाहिए कि उनकी समस्या का हल जरूर होगाा।’ आर्मी चीफ ने जवानों की शिकायत सुनने के लिए कंप्लेंट बॉक्स बनाने का ऐलान किया।
जनरल बख्शी से विवाद पर भी बोले
टाइम्स नाऊ के एक सवाल पर आर्मी चीफ ने ईस्टर्न आर्मी कमांडर जनरल प्रवीण बख्शी से जुड़े विवादों पर भी बात की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जनरल बख्शी ने नए आर्मी चीफ को अपने पूरे समर्थन की बात कही है, साथ ही आशंका जताई है कि दुर्भावना से उनकी ओर से विरोध की खबरें की जा रही हैं। इस मसले पर आर्मी चीफ ने कहा, ‘जहां तक ईस्टर्न आर्मी कमांडर का मसला है हम हमेशा एक दूसरे के संपर्क में हैं। उन्होंने मुझसे कहा कि वह सरकार के निर्णय को स्वीकार करते हैं और सेना में अपनी भूमिका अदा करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने अपनी कमांड को दिए गए संबोधन में भी सरकार के निर्णय को स्वीकार करने की बात कही है।’