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सशस्त्र बलों में महिलाओं के लिए कोई भी दरवाजा बंद नहीं रहना चाहिए: रक्षा मंत्री

समाज केवल महिलाओं के उत्थान से ही विकसित होता है: रक्षा मंत्री

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सशस्त्र बलों में कुछ वर्षों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। उनकी भूमिका को बढ़ाना सरकार की प्राथमिकता है। नीति आयोग की ओर से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2020 पर आयोजित वीमेन ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया पुरस्कार समारोह में बतौर मुख्य अतिथि राजनाथ सिंह ने यह बात कही।

तान्या शेरगिल, जिन्होंने गणतंत्र दिवस परेड में सभी पुरुष टुकड़ी का नेतृत्व किया था, का उदाहरण देते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि महिलाएं आज कई नए मोर्चों का नेतृत्व कर रही हैं, जो कभी महिलाओं के लिए खोले भी नहीं गए थे। उन्होंने यह भी कहा कि उनका मानना है कि सशस्त्र बलों का कोई भी दरवाजा महिलाओं के लिए बंद नहीं रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री ने कहा कि महिलाओं में सृजन, पोषण और परिवर्तन की अद्भुत क्षमता होती है। उन्होंने राष्ट्र के आर्थिक विकास में योगदान देने में कार्यबल में महिलाओं की भूमिका पर बल दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के उत्थान से ही समाज का विकास हो सकता है।

उन्होंने कहा कि देश को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य में महिलाओं की भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने टिप्पणी की, ‘आज की पुरस्कार विजेताओं ने न केवल उद्यमशीलता शब्द को पुनर्परिभाषित करने के लिए वित्तीय और सामाजिक चुनौतियों को पार किया है बल्कि इसे परिष्कृत भी किया है। मैं महिला उद्यमियों को उनके सपने, असफलताएं और जीत एक दूसरे से साझा करने और उससे आगे बढ़ने का एक प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने के लिए नीति आयोग और डब्लूईपी को बधाई देता हूं।’

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