PERSONALITY
सांसद निधि को बड़े कार्यों में लगाएंगे चाहे उसके लिए केंद्र से मदद क्यों न लेनी पड़े

- लीग से हटकर कुछ अलग करना चाहते हैं राज्य सभा पहुँचने पर अनिल बलूनी
- उत्तराखंड के विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकार के बीच सेतु बनकर आएंगे आगे
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता, राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख और उत्तराखंड से राज्यसभा प्रत्याशी अनिल बलूनी ने आज स्क्रूटनी के बाद मीडिया के माध्यम से कार्यकर्ताओं, शुभचिंतकों और अपने मित्रों से अपील की कि वे उनके राज्य सभा प्रत्याशी बनने की प्रसन्नता में होर्डिंग, बैंनर, विज्ञापन और पोस्टर आदि न लगायें उन्होंने कहा जिन्होंने अतिउत्साह में लगा भी दिए हैं वे कृपया उन्हें हटा दें ।
उन्होंने कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से अपने स्वागत, अभिनन्दन के कार्यक्रमों के पक्ष में नहीं है। वे स्वयं पार्टी कार्यकर्ता हैं और कार्यकर्ताओं की प्रसन्नता, उत्साह और भावनाओं का सम्मान करते है। नेताओं के प्रति सम्मान के लिए कार्यकर्ता परम्परागत तरीके से अभिव्यक्ति करते हैं किंतु वे निजी तौर पर अपने स्वागत में पुष्प गुच्छ, माल्यार्पण, अभिनंदन समारोह, स्वागत कार्यक्रम, होर्डिंग, बैनर और पोस्टर से परहेज बरतना चाहते है।
उन्होंने कहा हमें मिल जुलकर भारतीय जनता पार्टी की नीतियों और सरकार के कार्यों को आगे बढ़ाने में एकजुट होकर कार्य करना चाहिये। हमारे प्रधानमंत्री श्री मोदी जी स्वागत में पुष्पगुच्छ के स्थान पर पुस्तक भेंट करने की अपील कर चुके हैं जिसका सकारात्मक प्रभाव भी देशभर में हुआ है।
श्री बलूनी ने कहा कि अगर हम बेहतर काम करेंगे तो जनता स्वतः ही हमारा अभिनंदन करेगी मैं अपने छह साल के काम के बाद उम्मीद करता हूं कि जनता अवश्य मेरे कार्यकाल को सराहेगी और भविष्य के लिए आशीर्वाद भी देगी। श्री बलूनी ने कहा कि हमें नया उत्तराखंड और नया भारत बनाने के लिए नई परंपराओं को गढ़ना पड़ेगा, पुरानी वर्जनाओं को तोड़ना होगा।
उन्होंने कहा उनका भविष्य का प्लान राज्य और केंद्र के बीच सेतु बनकर कार्य करने का है। उन्होंने कहा वे राज्य में विकास को लेकर दृढ संकल्पित हैं और विकास कार्यों को लेकर उनका साफ़ कहना है सिर्फ नालियों या छोटी सड़कों से ही विकास कार्य नहीं किये जा सकते उनकी सोच उससे कुछ आगे की है। उनका कहना है वे इन छह सालों में ऐसा कुछ करना चाहते हैं जो विकास कार्य दिखाई दे और जनता के काम आयें।
उनका कहना है कि वे मात्र पांच करोड़ रूपये सालाना मिलने वाली सांसद निधि को किसी बड़े कार्य में लगाएंगे उनका कहना है स्कूल ,अस्पताल और भी बहुत कुछ बनाया जा सकता है उसके लिए वे और धन की व्यवस्था केंद्र और अन्य संस्थानों के सहयोग से एकत्रित कर जनता को यह बताने की कोशिश करेंगे कि विकास कार्य क्या होते हैं।