गोरखपुर में शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता दरबार में फरियादियों की फरियाद सुनी।
उन्होंने गोरखनाथ मंदिर के हिंदू सेवाश्रम व यात्री निवास में दरबार लगाया। यहां तड़के सुबह ही करीब डेढ़ सौ से अधिक लोगों ने मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात रखी।
सीएम ने सभी की बातों को सुना और वहां मौजूद अधिकारियों से कहा कि हर पीड़ित की समस्या का समाधान होना चाहिए। इस बात का ख्याल रहे किसी के साथ अन्याय न होने पाए।
बता दें कि सीएम योगी पांच दिवसीय दौरे पर गोरखपुर आए हुए हैं। वह हमेशा की तरह अपने आवास से नीचे उतरने पर योगी आदित्यनाथ सबसे पहले गुरु गोरक्षनाथ का दर्शन पूजन किए। उसके बाद अन्य देवी देवताओं का दर्शन करने के बाद ब्रह्मलीन पीठाधीश्वरों की समाधि पर जाकर शीश नवाया। मंदिर का भ्रमण कर साफ-सफाई की व्यवस्था देखी।
वहां से गोशाला गए गायों के बीच थोड़ी रहे फिर वह हिंदू सेवाश्रम पहुंचे जहां जनता दरबार मे फरियादी पहले से उनका इंतजार कर रहे थे।
मुख्यमंत्री हर फरियादी के पास पहुंचे और उनकी बात को सुना। अधिकतर फरियादी पुलिस की समस्या लेकर पहुंचे थे। किसी का कहना था कि पुलिस उसकी बात नही सुन रही है। किसी ने कहा कि पुलिस विरोधियों से मिली है और कार्रवाई नहीं कर रही है। एक महिला के पास पहुंचे तो वह अपनी व्यथा कह कर रोने लगी।
महिला को चुप कराते हुए अधिकारियों से कहा कि इसके मामले को गंभीरता से देखते हुए तुरंत कार्रवाई करें। कई फरियादियों ने पुलिस के खराब आचरण की शिकायत की। यह सुन सीएम ने अधिकारियों से कहा कि थाने में आने वाली जनता की शिकायतों का त्वरित निस्तारण होना चाहिए।
टालमटोल करने वालों पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने मौके पर मौजूद पुलिस के अधिकारियों से कहा कि थाने पर आनी वाली शिकायतों की समीक्षा होनी चाहिए।
जनता दरबार में आए अधिकांश फरियादियों का आरोप था कि थाने में बार बार शिकायत के बाद भी सुनवाई नही होती। राजस्व के मामले आने पर सीएम ने कमिश्नर से कहा कि तहसील दिवस और थाना दिवस में आने वाली सभी शिकायतों को गंभीरता से लिया जाए।
उन शिकायतों का निस्तारण गुणवत्ता पूर्ण होना चाहिए। शिकायतकर्ता को उनके मामले में की गई कार्रवाई से संतुष्ट किया जाना चाहिए। इस अवसर पर कमिश्रन रवि कुमार एनजी, एडीजी अखिल कुमार, डीएम विजय किरन आनंद एसएसपी विपिन टाडा समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।