विजिलेंस ने भ्रष्ट अफसरों व कर्मचारियों को पकडने के लिए छेड़ा ऑपरेशन अभियान
देहरादून । राज्य की विजिलेंस टीम ने एक और रिश्वतखोर इन्जीनियर को घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफतार किया है। विजिलेंस ने भ्रष्ट अफसरों व कर्मचारियों को पकडने के लिए ऑपरेशन अभियान छेड़ा हुआ है। अब पहाडों में भी भ्रष्टाचारियों पर नकेल लगाने के लिए सब-सेक्टर ने जाल बिछाना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में श्रीनगर सब-सेक्टर ने सिंचाई खण्ड द्वितीय चमोली में तैनात एक अधिशासी अभियन्ता को हजारों रूपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों सुबह उसके घर से ही दबोच लिया।
विजिलेंस की इस टीम ने अपनी इस कार्यवाही को अंजाम देने के बाद आरोपी के घर में सर्च ऑपरेशन चलाकर दस्तावेज व बैंक खाते सीज कर दिये। हैरानी वाली बात है कि भ्रष्टाचार में पकडा गया अधिशासी अभियन्ता को हर माह सरकार की ओर से एक लाख पन्द्रह हजार रूपये महीना मिलता है और चर्चा है कि दस से बारह एई उसके अधीन तैनात हैं। विजिलेंस ने राज्य में भ्रष्ट अफसरों व कर्मचारियों के खिलाफ खुला ऑपरेशन छेड रखा है और वह लगातार राज्य के कई सरकारी विभागों में तैनात भ्रष्ट अफसरों व कर्मचारियों को अपनी रडॉर पर लिये हुए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, चमोली के मंडल में रविन्द्र बडथ्वाल नामक एक ठेकेदार ने डेढ़ साल पूर्व पाइप लाइन का काम किया था और सिंचाई खण्ड द्वितीय चमोली द्वारा उसका भुगतान नहीं किया जा रहा था जिसके चलते रविन्द्र बडथ्वाल ने सिंचाई खण्ड द्वितीय चमोली में तैनात अधिशासी अभियन्ता उमेश कुमार से अपने भुगतान के बारे में बात की तो आरोप है कि अभियन्ता ने पच्चीस हजार रूपये रिश्वत के रूप में मांगे, जिस पर रविन्द्र बडथ्वाल ने पन्द्रह हजार रूपये देने के लिए हामी भर दी।
रविन्द्र बडथ्वाल भ्रष्ट अधिशासी अभियन्ता के खिलाफ विजिलेंस में शिकायत दर्ज कराने पहुंचा, उसकी शिकायत पर जब जांच की गई तो खुलासा हुआ कि अधिशासी अभियन्ता पन्द्रह हजार रूपये की रिश्वत मांग रहा है जिस पर विजिलेंस ने भ्रष्ट अफसर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और अफसर को दिये जाने वाले रूपयों पर विजिलेंस ने पाउडर लगाकर आज ठेकेदार को पैसे देने के लिए अधिशासी अभियन्ता के पास भेजा।
अधिशासी अभियन्ता पैसे लेने के चक्कर में सुबह साढ़े ग्यारह बजे तक घर पर रहा और जैसे ही उसने ठेकेदार से रिश्वत के रूपये लिये तो विजिलेंस ने उसे रंगे हाथों दबोच लिया। विजिलेंस ने जब अधिशासी अभियन्ता के हाथ धुलवाये तो उसके हाथों से गुलाबी रंग का पानी निकला जिसे विजिलेंस ने बोतल में भर लिया और उसके बाद विजिलेंस ने उसके घर में सर्च ऑपरेशन चलाया, जहां से विजिलेंस ने कुछ दस्तावेज व उसके बैंक खाते सीज कर दिये हैं।