Uttarakhand

भारत बंद का प्रदेश बंद का रहा मिला-जुला असर

देहरादून : उत्तराखंड में भारत बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला। देहरादून में प्रशासन ने एहतियातन धारा-144 लागू की थी। हालांकि बंद का बेअसर रहा। कुछ इलाकों को छोड़कर में बाजार खुले रहे। सरकारी और गैर सरकारी संस्थान सामान्य दिनों की तरह कामकाज हुआ। कुछ स्कूल एहतियातन बंद थे। यातायात पर भी कोई असर नहीं दिखा। बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रहा। महिला पुलिस जवानों की भी तैनाती की गई।

भारत बंद की सूचना पर प्रशासन और पुलिस अलर्ट रही। सोमवार देर रात को ही देहरादून जिले में धारा 144 लागू कर दी थी, ताकि किसी भी तरह का उपद्रव और हिंसात्मक घटना न हो। मंगलवार सुबह से ही शहर के चौराहों पर पुलिस जवान तैनात हो गए थे। शहर के घंटाघर, प्रिंस चौक, रिस्पना, आईएसबीटी, राजपुर रोड, बल्लीवाला समेत सभी मुख्य चौराह और बाजारों में पुलिस के जवान मुस्तैद दिखे। सभी क्षेत्रों में दुकानों आम दिनों की तरह सुबह से खुल गई थी। दुकानों पर भीड़- भाड़ की भी आम दिनों की तरह दिखी। सभी सरकारी और गैर सरकारी संस्थान भी खुले रहे। हालांकि ऐतिहात के तौर पर कुछ स्कूलों ने सुबह छुट्टी कर दी थी, जिस कारण बच्चों को स्कूल से वापस लौटना पड़ा।

हरिद्वार के घाड़ क्षेत्र में नहीं खुली दुकानें 

हरिद्वार। घाड़ क्षेत्र के लोगों ने भारत का बंद का सर्मथन करते हुए दुकानें नहीं खोली। निगरानी के लिए पुलिस दिनभर क्षेत्र में गस्त करती रही। जबकि आन्नेकी गांव में सामान्य जाति के मौहल्लों में भारी बल तैनात रहा। तथाकथित भारत बंद के प्रचार का कोई खास असर दिखाई नहीं दिया। शहर और देहात कहीं पर भी जुलूस और प्रदर्शन नहीं हुए। जिला मुख्यालय रोशनाबाद से बिहारी गढ़ तक फैले घाड़ क्षेत्र में लोगों ने अपनी दुकानें बंद करके भारत बंद और आरक्षण के विरोध में सर्मथन जताया। रोशनाबाद, हेत्तमपुर, आन्नेकी, औरंगाबाद, पूरणपुर, मीरपुर, तेलीवाला, टिहरा, डालूवाला, हजारा ग्रंट, रसूलपुर सहित क्षेत्र के तमाम गांवों में पुलिस की गाड़ियां दौड़ती रही। पुलिस ने सरकारी गाड़ियों की पहचान से बचने के लिए प्राइवेट गाड़ियों में भी गस्त की। आन्नेकी गांव में जात पात के नाम पर पहले हुए झगड़ों को देखते हुए एतियातन भारी पुलिस फोर्स तैनात रही। पुलिस फोर्स सामान्य जाति के लोगों की बैठकों पर डेरा जमाए रहा वहीं ग्रामीणों ने पुलिस वालों की चाय नास्ता आदि से मेहमान नवाजी की। उधर, अल्मोड़ा में बंद का व्यापक असर रहा। कुमाऊं मंडल के अन्य जिलों में स्थिति सामान्य रही।

मसूरी में भी बेअसर रहा बंद 

मसूरी। भारत बंद का असर मसूरी में बेअसर रहा। अन्य दिनों की भांति शहर में स्कूल, कालेज, बाजार नियत खुल और बंद हुए। डीएम के निर्देश शहर में धारा 144 प्रभावी रही। पर्यटन नगरी होने के कारण शहर में पर्यटकों की आवाजाही लगातार बनी रही। प्रभारी निरीक्षक भावन कैंथोला ने बताया कि शहर में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए स्थानीय पुलिस के अलावा 180 पीएसी के जवान तैनात किए गए। पुलिस जवानों ने मालरोड़, लंढौर बाजार, किताब घर सहित अन्य क्षेत्रों में गश्त कर शहर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। 

गोपेश्वर में भी बंद बेअसर 

सोशल मीडिया पर चल रहे भारत बंद के मैसेज का जिला मुख्यालय गोपेश्वर समेत जिले में कहीं कोई असर नहीं दिखा। अलबत्ता पुलिस इसको लेकर काफी सतर्क नजर आयी। पुलिस ने शहर में गश्त लगाकर शांति व्यवस्था का जायजा लिया।  मंगलवार को भारत बंद की सोशल मीडिया पर चल रही खबर का जिला मुख्यालय गोपेश्वर समेत अन्य स्थानों पर कोई असर नजर नहीं आया। ना ही किसी संगठन ने बंद करवाने के लिए कोई पहल की। पूरे दिन बाजार सहित स्कूल, कालेज खुले रहे। आम दिन की तरह जन जीवन सामान्य रहा। अलबत्ता पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए शहर में गश्त बढ़ा दी थी। 

कोटद्वार में बंद को कोई असर नहीं 

कोटद्वार। सोशल मीडिया पर वायरल कथित भारत बंद के ऐलान का कोटद्वार में असर देखने को नहीं मिला है। दलित आंदोलन से सबक लेते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये थे। जिसके चलते यहां बाजार और दुकानें आम दिनों की तरह खुली नजर आईं। मंगलवार सुबह से ही कोटद्वार में सामान्य दिनों की तरह लोगों की दिनचर्या शुरू हुई। हालांकि बाजार बंद के ऐलान से लोग आशंकित जरूर थे लेकिन सभी दुकानें व स्कूल खुले रहे और यातायात भी सामान्य दिनों की भांति नजर आया। किसी गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने शहर के विभिन्न इलाकों में पुलिस फोर्स तैनात किया हुआ था।

टिहरी में भारत बंद का दिखा मिला-जुला असर 

नई टिहरी। जनपद में आरक्षण के विरोध में घोषित भारत बंद का मिलाजुला असर दिखने को मिला। जिला मुख्यालय नई टिहरी में बंद बेअसर रहा। बाजार सामान्य दिनों की तरह ही खुला और बाजार में खासी चहल-पहल दिखाई दी। वहीं जौनपुर ब्लॉक के नैनबाग में बंद का असर दिखाई दिया। यहां व्यापारियों ने बंद के समर्थन में सांकेतिक रूप से दो घंटे तक अपनी दुकानें बंद रखी। घनसाली में भारत बंद के समर्थन में कई दुकानदारों ने अपनी दुकानें बद रखी। घनसाली में सुबह सात से दस बजे तक बाजार बंद रहा। इस दौरान बाजार से तहसील तक व्यापारियों ने रैली निकाली। व्यापारियों ने एसडीएम के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर आरक्षण समाप्त करने की मांग की। ज्ञापन देने वाले अनिल चौहान, साब सिंह कुमांई, अम्बिका कंसवाल, शीशम सिंह रावत, जसपाल सिंह रावत, जसपाल गुनसोला, नरेश कुमांई हरीश बसलियाल ब्रजेश राणा आदि शामिल थे।

चमोली का देवाल बाजार रहा पूरी तरह बंद 

देवाल। आरक्षण के विरोध में मंगलवार को देवाल बाजार पूरी तरह बंद रहा। बंद शान्तीपूर्णढंग से सम्पन्न रहा। सुबह से व्यापारियों ने आरक्षण के विरोध में अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे। इस बीच लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लोगों को दिनभर जरूरी सामान नहीं मिल पाए।

पौड़ी में भारत बंद रहा बेअसर 

पौड़ी। मंगलवार को पौड़ी में भारत बंद का बेअसर रहा। रोज की भांति शहर के व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले रहे। हालांकि पुलिस प्रशासन सतर्क जरूर दिखा। सुबह से ही शहर के व्यापरिक प्रतिष्ठान खुले और पूरे दिन खुले रहे। मंगलवार को पौड़ी में व्यापारिक प्रतिष्ठान सहित स्कूल आदि खुले रहे और बंद का कोई असर नहीं दिखाई दिया। इससे पूर्व पुलिस प्रशासन ने भी शांति एवं सौहार्द बैठकों का आयोजन थानेवार किया था। इन बैठकों में पुलिस अधिकारियों ने झूठी अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील विभिन्न संगठनों से की थी। हालांकि मंगलवार को प्रस्तावित भारत बंद को लेकर पौड़ी में भी पुलिस विभाग पूरे अलर्ट पर रहा। 

श्रीनगर गोला बाजार में मुस्तैद रही पुलिस 

श्रीनगर। सोशल मीडिया में चले भारत बंद का असर श्रीनगर में बेअसर रहा। हालांकि शहर में किसी तरह का विरोध व बंद जैसी स्थिति देखने को नहीं मिली, किंतु पुलिस पहले की तरह श्रीनगर में मुस्तैद रही। श्रीनगर गोला पार्क में सुबह से ही पुलिस बल तैनात किया गया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जगतराम जोशी ने पौड़ी से पहुंचकर श्रीनगर जायजा भी लिया। उन्होंने कोतवाली श्रीनगर और महिला थाने का भी निरीक्षण किया। जबकि श्रीनगर बाजार का भी निरीक्षण किया।   

रुड़की में सामान्य रहे हालात, पुलिस सुरक्षा कड़ी रही 

रुड़की। सोशल मीडिया पर भारत बंद को लेकर चल रहे संदेशों के बाद शहर और देहात में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही। रुड़की में पूरे दिन हालात सामान्य रहे और बाजार पूरी तरह खुले रहे। अलबत्ता अन्य दिनों की अपेक्षा शहर में भीड़ कम रही। दो अप्रैल को भारत बंद के विरोध में मंगलवार को भारत बंद किए जाने के संदेश कई दिनों से सोशल मीडिया में चल रहे थे। हरिद्वार जिले में दो अप्रैल के बंद के दौरान कई जगह बवाल हुआ था। इसके बाद प्रशासन ने धारा 144 लागू की थी। मंगलवार को शहर में हालात सामान्य रहे। बाजार पूरी तरह खुले रहे। सुरक्षा को लेकर शहर से देहात तक पुलिस और पीएसी की तैनाती की गई थी। 

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